Home Raipur जज्बे और कौशल ने बढ़ाया खाकी का मान,रसूखदार अपराधी भी खौफजदा

जज्बे और कौशल ने बढ़ाया खाकी का मान,रसूखदार अपराधी भी खौफजदा

by Niraj Tiwari


रायगढ़। यूं तो पुलिस अपनी जिम्मेदारियों का भरपूर निर्वहन कर आम जनता मे सुरक्षा का विश्वास बढ़ाने मे लगातार कामयाब हो रही है किंतु किसी मुश्किल या चुनौती की घड़ी मे जुनून और जिम्मेदारी के बीच खाकी के भीतर के इंसान की मनोदशा का असल आंकलन एक वर्दीधारी ही कर पाता है। आखिरकार,पुलिस अधिकारी आम जनता के लिए सुरक्षा का स्रोत हैं।वे पेशेवर हैं जो स्थानीय खतरों और आपात स्थितियों का जवाब देते हैं।यह काम आसान नहीं है।जिले में भी कुछ अफसरों का समुदाय की सेवा करने का जूनून,उनका जज्बा और कार्य कौशल ने ना केवल खाकी का मान बढ़ाया है बल्कि “परित्राणाय साधूनाम” के ध्येय वाक्य को चरितार्थ कर पूरे विभाग के लिए एक प्रेरणादायक मिसाल कायम की है।

पुलिस अधिकारियों का मुख्य कर्तव्य दूसरों की रक्षा करना और उनकी सेवा करना है।इसका मतलब यह है कि उन्हें सभी अलग-अलग पृष्ठभूमि, संस्कृतियों,दृष्टिकोणों,विचारों और विश्वासों के लोगों के प्रति बहुत सम्मान और समझ होनी चाहिए।इन विषयों पर जिला पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के शानदार मार्गदर्शन में जिले की पुलिसिंग पटरी पर लौटी है और अपराध नियंत्रण में तेजी आई है। थाने से लेकर फील्ड तक युवा जांबाज पुलिस अधीक्षक डॉ.पटेल ने जहां सामाजिक पुलिसिंग को ठीक किया है वहीं मातहत जवानों को भी भरपूर गाइडेंस दी है।इसका व्यापक असर भी थानों से लेकर बाजारों तक नजर आ रहा है।वहीं जिले एवं शहर में पदस्थ कुछ पुलिस अधिकारी अपनी कार्यशैली से महकमे की शान और वर्दी का मान बढ़ाने के साथ आम लोगों में जान माल की सुरक्षा की भावना भी मजबूत करने में सफल हुये हैं।इनकी कार्यशैली पुलिस विभाग से लेकर आम जनता और अपराधियों तक में अमिट छाप छोड़ने में कामयाब हुई है।

जिला पुलिस में इस वक्त एक नाम धड़कन की मानिंद गूंज रहा है और वह नाम है बहुआयामी आईपीएस आकाश शुक्ला का।ट्रेनी आईपीएस की दिलेरी के किस्से शहर में आम हैं। जिले में आने के बाद से कुछ चर्चित रसूखदारों और सफेदपोशों की सह पर अपराध की दुकान चलाने वाले चेहरों को आईपीएस आकाश शुक्ला ने जमीन दिखाई है।इनकी दूरदर्शिता और मार्गदर्शन का फायदा पूरे विभाग को कई तरीकों से मिलता आ रहा है। चेहरे पर शालीनता और मिजाज में नरमी के बावजूद विभागीय जिम्मेदारी से जुड़ी बेहद गंभीर कार्यशैली आईपीएस आकाश शुक्ला के व्यक्तित्व को अलग पहचान देती है। उन्होंने आपातकालीन प्रतिक्रिया, निर्णय लेने,सार्वजनिक संचार, नैतिकता और सहानुभूति में कौशल हासिल किया है।समस्या समाधान करने की कुशलताएं,संचार कौशल , पारस्परिक कौशल,मजबूत नैतिक चरित्र,दूसरों के प्रति करुणा, सहानुभूति और सम्मान,समुदाय के प्रति समर्पण,मजबूत पहल और दृढ़ता,बातचीत करने और तर्कसंगत बनाने की क्षमता,तनावपूर्ण परिस्थितियों में भी संयम और धैर्य बनाए रखना तथा टीम वर्क के साथ धैर्य और सहनशीलता आईपीएस आकाश शुक्ला के ऐसे दिव्य गुण हैं जिनसे पूरा महकमा प्रेरणा ले रहा है।सही मायनों में ऐसे ही चुनिंदा अफसर पुलिस की कमजोर और संदिंग्ध होती कार्यशैली पर लोगों की मनोदशा बदलने का भी काम कर रहे हैं। तू डाल डाल तो मै पात पात की तर्ज पर लगातार अंतर्राज्यीय अपराधियों के बीच आंख मिचौली के खेल मे जिले मे जितने भी शातिर किस्म के अपराध हुए हैं उन्हें चंद घंटों के भीतर सुलझाकर आईपीएस आकाश ने पुलिस महकमे मे एक अलग पहचान कायम की है।

औद्यौगिक जिले में जब नौजवान पुलिस अधिकारी अभिनव उपाध्याय ने सीएसपी का चार्ज लिया था तब साइबर अपराध तेजी से सिर उठा रहा था।आये दिन लोगो की जमा पूंजी साईबर ठगों के द्वारा लूटी जा रही थी। साईबर क्राइम कन्ट्रोल के लिए साईबर थाना तो खुल गया था लेकिन बगैर कारगर और प्रभावी मार्गदर्शन के ऐसे अपराध पर नियंत्रण संभव नहीं था। ऐसे में तत्कालीन एसपी ने सीएसपी अभिनव उपाध्याय को साइबर सेल का प्रभारी बनाया।इससे पहले शहर मे नकबजनी और गंभीर अपराधों में कारगर नियंत्रण मे सफल, सीएसपी उपाध्याय के चार्ज लेते ही पब्लिक अवेरनेस के साथ साइबर अपराध पर नकेल कसने की कवायद शुरु हुई।विभागीय आंकड़े देखें तो पता चलेगा कि सीएसपी अभिनव उपाध्याय ने अपने कार्यकाल में उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन और उन्हें विश्वास मे लेकर सैकडों की जमापूंजी तथा संवेदनशील रिकार्ड साइबर ठगों से बचाये और रिकवर भी किये।इसमे कोई संदेह नहीं कि आज भी जिले का साइबर सेल उसी लकीर का पीछा कर रहा है जो प्रभारी रहते सीएसपी अभिनव ने खींच दी थी।इसके अलावा सीएसपी की सोशल पुलिसिंग भी लाजवाब रही‌।उनकी लोकप्रियता की बानगी यह रही कि विभागीय व्यस्तता के बावजूद अभिनव उपाध्याय नगर के हर छोटे-बड़े आयोजन की शान बने रहे।

रायगढ़ जिले में जब भी थाना प्रभारियों के दमखम की बात होती है तो टीआई अमित शुक्ला का नाम अलग ही आभा लिए नजर आता है। लंबे समय से जिले के विभिन्न थानों में अपनी सेवायें दे चुके अमित कुछ समय स्वास्थगत कारणों से विश्राम पर थे किंतु फिर नई ऊर्जा के साथ इस जूनूनी थानेदार को चक्रधर नगर थाने के टीआई का चार्ज दिया गया है। अमित शुक्ला की सोशल पुलिसिंग तो कमाल की है ही,अपराधियों पर नियंत्रण और धरपकड़ को लेकर भी टीआई का कार्य कौशल आला दर्जे का है।यही वजह है कि जिले के जिस थाना क्षेत्र में अपराध अथवा गैर कानूनी गतिविधियां नियंत्रण से बाहर होती नजर आती हैं,वहां एक बार अमित शुक्ला को जरुर तैनात किया जाता है।औद्यौगिक जिले में काजल की कोठरी माने जाने वाले पुलिस विभाग में अमित शुक्ला के वर्किंग स्टाइल पर आज तक कोई आक्षेप ना आना उनकी साफगोई को बयां करता है।अपनी विशेष दक्षता,फिटनेस और कार्य क्षमता को लेकर टीआई अमित शुक्ला जिले के एसपी से लेकर पीएचक्यू तक उच्च अधिकारियों के गुडबुक में दर्ज हैं।चक्रधर नगर थाने में अमित शुक्ला की तैनाती के बाद हर छोटे-बड़े अपराध से जुड़े आरोपियों की धरपकड़ में न सिर्फ़ तेजी आई है, बल्कि इस थाने को अपनी दुकान मान चुके रसूखदार अपराधियों मे भी खौफ साफ नजर आ रहा है।

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