Home Chhattisgarh ड्रग विभाग की जांच में ओवर चार्जिंग का मामला आया सामने, संबंधित मेडिकल स्टोर को शो कॉज नोटिस भेजेगा ड्रग विभाग

ड्रग विभाग की जांच में ओवर चार्जिंग का मामला आया सामने, संबंधित मेडिकल स्टोर को शो कॉज नोटिस भेजेगा ड्रग विभाग

by Niraj Tiwari

रायगढ़। सालों से जमे अधिकारियों का तबादला होने के बाद अब खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग की नई कार्यकारिणी टीम लगातार मेडिकल स्टोर की जांच व कार्रवाई में जुट गई है। कुछ दिनों में ही शहर में दवाई को लेकर ओवरचार्जिंग का मामला खुलकर सामने आया है। जिसके बाद विभाग ने मेडिकल स्टोर संचालक को नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पूर्व में कार्य अधिकारी कर्मचारी के सांठगांठ से मेडिकल स्टोर संचालकों का मनोबल काफी बढ़ गया था जिस कारण वह शासन की गाइड लाइन के बावजूद अधिक कीमत की प्रिंट वाली दवाइयों की बिक्री मनमाने ढंग से कर रहे थे।

इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार शहर के मध्य स्थित बुजी भवन चौक पर कान्हा मेडिकल में ओवरचार्जिंग का केस सामने आया है मेडिकल स्टोर के जांच के दौरान मेरोपेनम इंजेक्शन 1 ग्राम का कीमत लइका लैब का 3225 रुपए बिक्री करते पाया गया जबकि उसी फार्मूला के अन्य कंपनी के इंजेक्शन की कीमत 1049 तथा 720 रुपए है। जांच में पता चला कि कंपनी द्वारा 300 प्रतिशत ओवरचार्ज लेकर दवा का विक्रय किया जा रहा है जबकि एनपीपीए भारत सरकार द्वारा इसे अधिसूचित कर इसका सेल्लिंग प्राइस 952 रुपए रखा है। जांच अधिकारी निरीक्षक अमित राठौर ने बताया कि अधिक मूल्य में दवा बिक्री की सूचना मिलने पर जब टीम निरीक्षण करने पहुंची तब वहां यह विसंगति देखने को मिली जिसके बाद निरीक्षण के दौरान अन्य नोरकोटिक एंड साइकोट्रॉपिक औषधियो का क्रय विक्रय रिकॉर्ड मांगा गया परंतु मेडिकल स्टोर वाला नही दिखा पाया। जांच के दौरान कान्हा मेडिकल स्टोर संचालक से खरीदी बक्री रिकॉर्ड की मांग की गई लेकिन मेडिकल स्टोर संचालक द्वारा मौके पर इस संबंध में कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया जा सका। जिसके पश्चात विभाग ने आगे कार्रवाई करते हुए मेडिकल स्टोर संचालक को शो कॉज नोटिस भेजने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है।

मिली प्रतिबंधित दवाएं, नहीं मिला रिकॉर्ड

प्रतिबंधित रेक्सिपोरा लाइट टैब और मेज़ोलम इंजे भी कान्हा मेडिकल स्टोर में मिलने पर आवश्यक दस्तावेज की मांग की गई लेकिन मेडिकल स्टोर संचालक द्वारा उसके बारे में भी कोई रिकॉर्ड प्रस्तुत नहीं किया जा सका। संचालक द्वारा सभी रिकॉर्ड अपने सीए के पास जमा करवाने और अन्य बहाना बनाकर मामला सुलझाने का प्रयास किया गया। अब ड्रग विभाग मेडिकल स्टोर संचालक पर नकेल कसने के बाद शासन के निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत पर दवा बिक्री करने वाली कंपनी पर भी कार्यवाही करने की तैयारी कर रहा है।

क्या कहते हैं ड्रग इंस्पेक्टर 

निरीक्षक अमित राठौर का इस मामले में कहना है कि ओवरप्राइसिंग के मामले में कान्हा मेडिकल स्टोर संचालक से खरीदी बिक्री का रिकॉर्ड मांगा गया है यदि खरीदी बिक्री के रिकॉर्ड में सच्चाई पाई जाती है तब उस स्थिति में दवा बनाने वाली कंपनी के खिलाफ कार्यवाही की मांग उच्च स्तर के अधिकारियों से की जाएगी।

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