Home Raigarh षडयंत्र करके निगम ने गरीब का ढ़हाया घर, गर्भवती पत्नी के साथ सड़क पर रहने को मजबूर

षडयंत्र करके निगम ने गरीब का ढ़हाया घर, गर्भवती पत्नी के साथ सड़क पर रहने को मजबूर

by Niraj Tiwari

चक्रधर नगर थाना क्षेत्र स्थित पंजीरी प्लांट मरीन ड्राइव क्षेत्र में सालों से घरौंदा बनाकर रह रहे एक गरीब का मकान निगम में जेसीबी भेज कर ढहा दिया। अब उस गरीब के पास अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर सड़क पर रहने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है। उक्त मामले में जहां आस-पड़ोस के लोग निगम को दोषी ठहरा रहे हैं वही निगम के अधिकारी कर्मचारी नोटिस देने के बाद मकान तोड़ने की बात कह रहे हैं।

स्थानीय लोगों के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बीते करीब 14 -15 वर्षों से एक गरीब विधवा अपने बेटे राम जाने के साथ पंजीरी प्लांट के अंतिम छोर पर नदी के किनारे घर बनाकर रह रही थी। कुछ वर्ष पूर्व उक्त विधवा की मौत हो गई तब से उसका बेटा राम जाने अपनी पत्नी के साथ उस मकान में रहने लगा। कबाड़ दिनकर रोजी मजदूरी चलाने वाला रामजाने एक-एक पैसा जोड़कर ईंट की दीवार उठाया और अल्बेस्टर शीट से छाया कर वह काफी खुश था लेकिन निगम के अधिकारी कर्मचारियों को यह बात रास नहीं आई। उन्होंने रामजाने और उसकी पत्नी की गैरमौजूदगी में ताला लगे घर को जेसीबी मशीन से तोड़ दिया। जिससे मकान ढहने के साथ-साथ घर के भीतर रखा सामान्य नष्ट हो गया।

आस-पड़ोस में रहने वाले लोगों ने बताया कि रामजाने के मकान के ठीक पीछे नगर निगम महापौर के किसी रिश्तेदार का मकान हाल ही में बनाया गया है। जिसमें मकान मालिक स्वयं न रहकर मकान को किराए में चला रहा है चूंकि मकान मालिक और महापौर का पारिवारिक रिश्ता है इसलिए रिश्तेदार के घर के सामने बना मकान महापौर और निगम के कर्मचारियों की सांठगांठ से तोड़ा गया है। पड़ोसियों ने बताया कि कुछ दिन पूर्व महापौर स्वयं अपनी टीम के साथ उक्त स्थान पर पहुंची थी। जहां उन्होंने रामजाने का मकान बनता देखकर उससे कहा था कि यदि कोई शासकीय कार्य के लिए आवश्यकता पड़ेगी तब आपके मकान को हटाया जा सकता है लेकिन ऐसा कोई भी शासकीय कार्य तत्काल में उक्त स्थान पर नहीं किया जाना है। जिसके लिए गरीब मजदूरी करने वाले रामजाने का मकान ढहा दिया गया है।

मकान तोड़ाना और बनाते समय अवैध वसूली मेरा काम नहीं : राकेश

इस संबंध में जब वार्ड पार्षद राकेश तालुकदार से चर्चा की गई तब उन्होंने सख्त लहजे में जवाब देते हुए कहा कि उनके वार्ड में रहने वाले किसी भी व्यक्ति का मकान तोड़वाना और किसी का मकान बनाते समय अनुमति दिलाने के नाम पर अवैध वसूली करना या निगम का नाम लेकर डराना उनका काम नहीं है। उनके लिए वार्ड एक परिवार के समान है। इस लिए मैं अपनी ओर से प्रयासरत हूं कि उक्त पीड़ित परिवार को निगम से कुछ सहुलियत मिल सके।

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