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मुख्यमंत्री भूपेश के अलावा 3 मंत्री और जिले के सभी विधायक हुए शामिल
अतिथियों का मंच आगमन पश्चात दीप प्रज्जवलित कर किया गया शुभारंभ
रायगढ़। 1 जून को छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल का आगमन राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में रायगढ़ जिले की ओर हुआ। जहां उन्होंने बालाजी मेट्रो अस्पताल के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। वहीं मिनी स्टेडियम में शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी की प्रतिमा का अनावरण भी किया। इस दौरान उनके साथ जिले की युवा व वरिष्ठ नेता समेत आमजन भी शामिल हुए। श्री बघेल ने घंटों समय बिता कर पूरे विश्व भर में सबसे पहले होने वाले आयोजन रामायण महोत्सव की शुरुआत करने के बाद हनुमान चालीसा और कनाडिया ग्रुप की प्रस्तुति देखी। जिसमें बजरंगबली और उनकी बेटे मकरध्वज के बीच घंटों विवाद और संघर्ष चला। जिसके बाद आपसी समझौता कर उन्होंने राम को बचाया।
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प्रेम साय सिंह टेकाम ने रायगढ़ को कलाधानी कहते हुए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आयोजन होते रहने के लिए सराहा, भगवान श्री रामजी ने अपने वनवास काल का सर्वाधिक समय छत्तीसगढ़ में बिताया था। प्रदेश के मुखिया ने कौशल्या माता के मंदिर की सौगात छत्तीसगढ़ को दी है। जो कि पूरे देश में इकलौता मंदिर है। संस्कृति मंत्री अमर जीत भगत ने कहा कि इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के सुत्रधार मुख्यमंत्री श्री बघेल जी हैं। तीन दिवसीय इस राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन होना है। जिसमें रामायण ऐसा ग्रंथ है जिसे पढ़ने के बाद मन की प्यास और भी बढ़ती जाती है। भगवान श्री राम के जीवन का चरित्र चित्रण विवरण इस रामायण में ही है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल
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उन्होंने आयोजन में शामिल सभी जनता, प्रतिभागी, दर्शक, श्रोता का स्वागत करते हुए अपने बात की शुरुआत की। जिले को प्रदेश का पूर्वांचल द्वार से संबोधित करते हुए कहा कि रायगढ़ जिला चक्रधर समारोह समेत अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रम को लेकर पूर्व से परिचित है। छत्तीसगढ़ी भाषा में उन्होंने कहा कि राम बन गे तब मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम बनगे कहकर भगवान राम से भांचा के रिश्ते को बताया। आदिवासी नृत्य महोत्सव में अब तक 2600 अंतरराष्ट्रीय कलाकार उपस्थित हो चुके हैं। यह रामायण महोत्सव पहला ऐसा आयोजन है जिसे राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा है जिस तरह पहली बार आदिवासी महोत्सव छत्तीसगढ़ में किया गया था। छत्तीसगढ़ सरकार अपनी पहचान, खान पान, रहने सहन , संस्कृति को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है। पिछले बजट में सभी धार्मिक स्थलों के राज्य सरकार से सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना के लिए 2-2 एकड़ जमीन की मांग की गई है। जमीन मिलते ही सांस्कृतिक केन्द्र निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। राम को स्मरण करते हुए राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन रायगढ़ में किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी संस्कृति के संवर्धन के लिए हम तीन वर्षों से राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव का आयोजन कर रहे हैं। आदिवासियों के देवगुड़ी का संरक्षण कर रहे हैं, उनके घोटुल का संरक्षण कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने रायगढ़ के निवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि रायगढ़ मानव संस्कृति के सबसे आरंभिक गवाहों में से रहा है, यहां के शैल चित्र बताते हैं कि मानव जाति के सबसे आरंभिक सांस्कृतिक विकास के उदाहरण यहां भी मिलते हैं। इस संस्कारधानी नगरी ने कला के क्षेत्र में लोगों को संस्कारित करने के लिए बड़ा कार्य किया है। केलो के संरक्षण के लिए हम काम कर रहे हैं।
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सांसद श्रीमती गोमती साय का नाम किया गायब
जहां एक ओर छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुखिया भुपेश बघेल और उनके मंत्रिमंडल समिति समेत जिले के सभी विधायक और उनके कर्मचारियों को वीआईपी पास उपलब्ध कराया गया। वहीं 2 जिले को संबोधित करने वाली सांसद श्रीमती गोमती साय का नाम ना ही लिस्ट में शामिल किया गया और न ही उन्हें मंच पर स्थान दिया गया। इस बात को लेकर जहां एक और पार्टीवाद का मसला चल रहा है। वहीं 2 जिले का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद को इस राष्ट्रीय कार्यक्रम से अलग करने वाले लोगों की भी समीक्षा की जा रही है। हालांकि पूर्व में ही सांसद श्रीमती गोमती साहनी इस बात को कहा था कि 20 लाख जनता ने उन्हें चुनकर रायगढ़ और जशपुर जिले का सांसद बनाया है यदि इस तरह के राष्ट्रीय आयोजन में उन्हें स्थान नहीं दिया जाता है। तब यह कांग्रेस की ओछी मानसिकता है।
पत्रवार्ता कर रुबरु हुए भजन गायक सन्मुख प्रिया और रजत शर्मा
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गाना में फील और भजन में भाव होना आवश्यक है यही कहना है दोनों कलाकारों का। उन्होंने कहा कि इस पहले राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में उन्हें रामभजन गाने का अवसर मिला है जो कि उनके लिए सौभाग्य की बात है।सन्मुख प्रिया ने बताया कि वह पहली बार भजन किसी आयोजन में पेश करने जा रही है जिसको लेकर उनमें काफी उत्साह है।