Home Chhattisgarh मेडिकल कॉलेज में रखे ब्लड सेपरेटर मशीन चालू करने भाजपा पार्षद दल ने कलेक्टर और डीन को सौंपा ज्ञापन

मेडिकल कॉलेज में रखे ब्लड सेपरेटर मशीन चालू करने भाजपा पार्षद दल ने कलेक्टर और डीन को सौंपा ज्ञापन

by Niraj Tiwari

डेंगू और अन्य बिमारियों से प्रभावित लोगों को प्लेटलेट्स के लिए निजी अस्पतालों के काटने पड़ रहे चक्कर

रायगढ़। भाजपा पार्षद दल के नेताओ ने कलेक्टर और मेडिकल कालेज डीन को ज्ञापन सौंपकर मेडिकल कॉलेज में रखे ब्लड सेपरेटर मशीन चालू करने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने पहुंचे लोगों ने बताया कि रायगढ़ में पिछले 5 वर्षों से लगातार बरसात के समय डेंगू वृहद स्तर में फैलता है। इस बीमारी के कारण कई शहर वासियों को अपने परिवार का सदस्य भी खोना पड़ा है।
आगे जानकारी देते हुए नगर निगम के उप नेता प्रतिपक्ष सीनू राव बताया कि बीमारी यदि गंभीर हो जाती है तो इसमें प्लेटलेट्स की संख्या लगातार मरीज व्यक्ति के शरीर में कम होने लगती है। इस बीमारी के लिए तत्काल प्लेटलेट्स आवश्यकता पड़ती है। जिसके लिए मरीजों को पहले प्राइवेट ब्लड बैंको पर या जिले से बाहर बड़े नगरों पर निर्भर होना पड़ता है। इन परिस्थितियों को देखते हुए लगभग 5 वर्ष पहले मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में लाई गई ब्लड सेपरेटर मशीन आज तक शुरु नहीं हो पाई है।

मेडिकल कॉलेज प्रारंभ होने के बाद से आम जनता को ऐसा लग रहा था कि बीमारी के समय उन्हें इसका लाभ मिलेगा और उन्हें निजी अस्पताल के भारी खर्चे से मुक्ति मिल पाएगी। संजय कुमार बेरीवाल ने बताया कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रारंभ होने के बाद ही ब्लड सेपरेटर मशीन अस्पताल में लाकर रख ली गई। जिसकी जानकारी पाकर जिले वासियों में काफी खुशी देखी गई थी। लेकिन मशीन प्रारंभ नहीं होने से आज भी जिले वासियों को निजी ब्लड बैंक और निजी अस्पतालों में जाकर प्लेटलेट्स के लिए डोनर के अलावा अतिरिक्त पैसा चुकाना पड़ रहा है। जिस बात को लेकर जिले वासियों में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है। इसके लिए जिलेवासी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के कमजोर इच्छा शक्ति को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। भाजपा झुग्गी झोपड़ी अध्यक्ष मनीष सोलंकी ने कहा कि प्रबंधन खुद नहीं चाहता कि मरीज मेडिकल कॉलेज अस्पताल से स्वस्थ होकर अपने घर जाएं। वह भी निजी अस्पतालों को लाभ पहुंचाने में अपनी भूमिका निभा रहा है। इस मामले में जानकारी देते हुए मेडिकल कॉलेज दिन डॉक्टर पीएम लुक ने बताया कि मशीन ऑपरेट करने के लिए प्रशिक्षण स्टाफ द्वारा लिया जा चुका है। केंद्र सरकार से इसका लाइसेंस मिलना बाकी है जिसके लिए लगातार पत्राचार किया जा रहा है। जैसे ही लाइसेंस मिल जाता है ब्लड से प्लेटलेट्स अलग करने की सुविधा प्रारंभ कर दी जाएगी। जिसका सीधा लाभ जिलेवासियों को मिलेगा। इस दौरान संजय काम्प्लेक्स मार्केट के अध्यक्ष अभिलाष कछवाहा, श्री सोनी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

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