रायगढ़। जिले के किरोड़ीमल शासकीय जिला अस्पताल में पहली बार 16 वर्षीय बालिका का कुल्हा प्रत्यारोपण सफलतापूर्वक किया गया है। यह उपचार आयुष्मान भारत योजना के तहत हुआ और मरीज को इसका पूरा लाभ मिला। यह सफलता शासकीय अस्पताल की ओर से बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।

बीते शुक्रवार को रायगढ़ जिला अस्पताल में कुल्हा प्रत्यारोपण सफलता पूर्वक किया गया। जानकारी देते हुए डिंपल पटेल निवासी ग्राम कछार ने बताया कि बचपन से ही उन्हें बैठने में परेशानी होती थी, लेकिन पिछले ढाई वर्षों से समस्या काफी बढ़ गई थी। कई डॉक्टरों से इलाज कराने के बावजूद राहत नहीं मिल रही थी, जिसके बाद उन्होंने सिविल सर्जन और अस्थी रोग विशेषज्ञ डॉ. दिनेश पटेल से संपर्क किया। डॉ. दिनेश पटेल ने जांच के बाद पाया कि डिंपल के कुल्हे की हड्डी पूरी तरह से खराब हो चुकी थी । ऐसी स्थिति में उन्होंने कुल्हा प्रत्यारोपण की सलाह दी और जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जिसके बाद आपरेशन योग्य होने पर कुल्हा प्रत्यारोपण डॉ. राजकुमार गुप्ता अस्थी रोग विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में किया गया और इसके बाद उन्हें फिजियोथेरेपी की आवश्यकता पड़ी, जिसे डॉ. सिद्धार्थ सिन्हा द्वारा दिया जा रहा है। प्रत्यारोपण के लिए विशेष मैटल से बने गोले और कप का प्रयोग किया गया। इसके परिणामस्वरूप डिंपल को तुरंत राहत मिली और अब वह पहले की तुलना में बेहतर महसूस कर रही हैं।

उन्होंने आगे बताया कि सिकल सेल रोग का प्रभाव रायगढ़ जिले में अधिक देखने को मिलता है, और इस रोग के कारण हड्डी के अंदर पर्याप्त आक्सीजन नहीं पहुंच पाती, जिससे हड्डियां खराब हो जाती हैं। डॉ. दिनेश पटेल ने बताया कि यह समस्या खासकर सिकल सेल से ग्रस्त मरीजों में देखी जाती है। शासकीय अस्पताल में इस तरह के उपचार की सुविधा उपलब्ध होने के कारण, सिविल सर्जन डॉ. दिनेश पटेल ने जिले के सभी नागरिकों को आह्वान किया है कि वे सरकारी अस्पताल से उपचार लें, जिससे उन्हें बेहतर इलाज और सस्ती चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें। डिंपल को जल्द ही टांका कटने के बाद डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।