वाहनों के नंबर प्लेट, स्कार्पियो और पिकअप वाहन जप्त कर किया गया ओड़िसा पुलिस के हवाले
रायगढ़। अपहरण और आर्म्स एक्ट के संदेहियों को पकड़ने में चक्रधरनगर पुलिस की इंटर स्टेट बॉर्डर पर चौंक चौबंध व्यवस्था एवं सीमावर्ती जिले सुंदरगढ़ ओड़िसा और सारंगढ़ पुलिस के साथ बेहतर सामंजस्य देखने को मिला । रायगढ़ सारंगढ़ पुलिस की टीम ने समय रहते संदेहियों के मंसूबो को फेल कर दिया ।
बीती रात जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को जिला सुंदरगढ़ के थाना भस्मा में दर्ज अपहरण और आर्म्स एक्ट मामले के आरोपियों के दो वाहनों से रायगढ़ की ओर जाने की जानकारी मिली। सूचना मिलने पर तत्काल कंट्रोल रूम द्वारा जिले के सभी 11 इंटर स्टेट बॉर्डर पर चेकिंग स्टाफ को अलर्ट किया गया । एसडीओपी धरमजयगढ़ एवं साइबर सेल अधिकारी दीपक मिश्रा द्वारा एसडीओपी सुंदरगढ़ हिमांश बेहरा एवं थाना भस्मा से आरोपियों के मोबाइल और अन्य डिटेल लिया गया। साइबर सेल की टीम को लोकेशन ट्रैश करने और थाना प्रभारियों को व्यक्तिगत रूप से व्हाट्सएप से डिटेल साझा कर पतासाजी के निर्देश दिया गया । इस दरम्यान टीआई चक्रधरनगर प्रशांत राव के नेतृत्व में इंटर स्टेट बॉर्डर एकताल चेंकिग में लगे। स्टाफ द्वारा उड़ीसा पुलिस से मिले डिस्क्रिप्शन की संदिग्ध पिकअप वाहन के एकताल बेरियर से होकर गुजरने की जानकारी दिए। तत्काल अधिकारियों द्वारा एडिशनल एसपी सारंगढ़ माहेश्वर नाग, थाना प्रभारी सांरगढ निरीक्षक अरूण नेताम को संदिग्ध पिकअप वाहन के संबंध में जानकारी दिया गया और एसडीओपी धरमजयगढ़ साइबर सेल अधिकारी दीपक मिश्रा के नेतृत्व में टीआई चक्रधरनगर प्रशांत राव और साइबर सेल के स्टाफ सुरक्षा के मद्देनजर शॉर्ट वेपन के साथ संदेहियों की पतासाजी के लिये सारंगढ़ रवाना हुए । टीम द्वारा सारंगढ़ टीआई पुलिस के साथ घेराबंदी कर सारंगढ़ बाईपास पर दो वाहनों में 07 संदेहियों को पकड़ा गया । संदेहियों ने पकड़े जाने के डर से वाहन के आगे और पीछे के नंबर प्लेट निकाल लिए थे । संदेहियों को रात्रि में उड़ीसा पुलिस के हैंड ओवर किया गया है । ओड़िसा पुलिस आगे की कार्यवाही कर रही है।
संदेहियों की धरपकड़ में साइबर सेल और चक्रधरनगर पुलिस की रही अहम भूमिका
एसडीओपी धरमजयगढ़ एवं साइबर सेल पर्यवेक्षण अधिकारी दीपक मिश्रा के नेतृत्व में थाना प्रभारी चक्रधरनगर निरीक्षक प्रशांत राव अहेर, टीआई सारंगढ अरूण नेताम एवं साइबर सेल के समस्त स्टाफ और चक्रधरनगर थाने के बैरियर में लगे स्टाफ की संदेहियों की धरपकड़ में सराहनीय भूमिका रही है ।