आदिवासी समाज के पदाधिकारी महिला, पुरुष , युवा और बच्चे हुए शामिल
जिले में आज विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासी समाज के लोगों द्वारा विशाल रैली का आयोजन किया गया। जिसकी शुरुआत रामलीला मैदान से होकर शहर के प्रमुख रास्ता होते हुए हेमू कालानी चौक पहुंची। जहां समाज की महिला, पुरुषों, युवा और बच्चों के द्वारा आदिवासी नृत्य प्रस्तुत किया गया। नृत्य के पश्चात रैली चक्रधर नगर चौक होते हुए अंबेडकर चौक अंबेडकर प्रतिमा के पास एकत्रित हुई। जहां डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। उसके बाद रैली कलेक्ट्रेट होते हुए नगर निगम ऑडिटोरियम पहुंचकर समाप्त हुई। रैली के संबंध में जानकारी देते हुए पदाधिकारियों ने बताया कि यह रैली वर्ष में एक बार धूमधाम से निकाली जाती है। इस वर्ष इस रैली को आक्रोश रैली का नाम देते हुए काली पट्टी लगाकर रैली निकाली गई है। इसका उद्देश्य यह है कि वर्तमान में केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों के द्वारा आदिवासियों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। जिससे आदिवासी समाज हतप्रभ है। समाज के लोगों को न्याय मिलना चाहिए उन्हें आरक्षण का 32 प्रतिशत लाभ मिलना चाहिए। जिनके द्वारा आदिवासी होने का फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर नौकरी हथियाई गई है उसकी जांच कर दोषियों पर दंडात्मक कार्यवाही की जानी चाहिए। मणिपुर में हुई आदिवासी महिलाओं के साथ की घटना की दोबरा पुनरावृत्ति ना हो इसका ध्यान रखने की आवश्यकता है। आदिवासियों की जमीन को कंपनी फैक्ट्री को ना बेचा जाए और यदि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में कंपनी फैक्ट्री लगाई जाती है तो उसमें आदिवासियों की नौकरी सुनिश्चित की जाए। इन्हीं सब मांगों को लेकर आदिवासी समाज रैली निकाली गई है।