आमजन को कुत्तों से सावधान रहने की सिविल सर्जन ने दी हिदायत
रायगढ़। इन दिनों जिले में कुत्तों के काटने की काफी घटनाएं हो रही हैं जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग काफी गंभीर नजर आ रहा है स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्पदंश और कुत्तों के काटने के बाद लगने वाली वैक्सीन की पर्याप्त मात्रा मंगा कर रख ली गई है जिस कारण पीड़ित मरीज को तत्काल निशुल्क वैक्सीन लगाकर उसकी जान बचाई जा सके।
बरसात का मौसम आते ही सर्पदंश और कुत्तों के काटे जाने वाले मरीजों की संख्या काफी बढ़ जाती है। जिसकी तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने पहले से ही कर ली थी अब जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला चिकित्सालय में लगातार लोगों को इसका लाभ मिल रहा है। जिला एवं स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी मधुलिका सिंह ठाकुर ने बताया कि बरसात के मौसम में जहरीले जीव जंतु छाया की तलाश में लोगों के घरों तक आ जाते हैं। और उनके ऊपर हाथ पैर पड़ जाने से वह आक्रामक होकर काट लेते हैं।
जहरीले जंतुओं के काटने के तत्काल बाद यदि व्यक्ति को इलाज की सुविधा नहीं मिल पाती है तो उसके जान जाने का खतरा बना रहता है। इस बात को ध्यान में रखकर मौसम की शुरुआत होने से पहले ही पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन की व्यवस्था कर ली जाती है। ताकि पीड़ित मरीजों को कहीं भटकना ना पड़े। शासन द्वारा यह वैक्सीन पीड़ित व्यक्ति को मुफ्त में लगाई जाती है। जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी श्रीमती ठाकुर ने बताया कि अब तक कुत्ता के काटे जाने से समय पर इलाज नहीं मिलने पर दो व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। जांच पर पता चला कि कुत्ता के काटे जाने और सर्पदंश के बाद ज्यादातर लोग झाड़ फूंक करवाने में समय खराब करते हैं जिस कारण जहर पूरे शरीर में फैल जाता है और बाद में मरीज को बचा पाना मुश्किल होता है। इसलिए जब कभी इस तरह की स्थिति निर्मित हो तो पहले अस्पताल जाकर इलाज करवाएं। जिला अस्पताल में पदस्थ सिविल सर्जन डॉक्टर आर एन मंडावी ने बताया कि दो माह में कुत्ते के काटे जाने वाले 314 मरीज अब तक जिला अस्पताल में वैक्सीन लगवा चुके हैं। इस माह में अब तक 174 कुत्ता काटने का केस सामने आया है। उन्होंने कहा कि यह सीजन कुत्तों के ब्रिडींग का है इस दौरान जिन कुत्तों को मौका मिलता है वह शांत रहते हैं लेकिन जिन कुत्तों को मौका नहीं मिलता वही कुत्ते आपस में लड़कर गुस्से में इंसान पर हमला करते हैं। जिनसे