Home Raigarh काबिल शिक्षकों की कमी से जूझते इंडियन स्कूल को मिली विद्या विकास की संजीवनी

काबिल शिक्षकों की कमी से जूझते इंडियन स्कूल को मिली विद्या विकास की संजीवनी

by Niraj Tiwari


अब ओडिशा की स्कूल चैन विद्या विकास नये कॉंसेप्ट के साथ करेगी संचालन

रायगढ़ — शिक्षा के मंदिर से एजुकेशन इंडस्ट्री का स्वरुप लेकर कारपोरेट मे बदलते स्कूलों को अब बेहतर सुविधा व विद्यार्थियों के बहुआयामी विकास की शर्तों पर चैन एजुकेशन सिस्टम से जोडा जा रहा है। शहर मे काबिल शिक्षकों की कमी से जूझते एक ऐसे ही विद्यालय इंडियन स्कूल को ओडिशा की एक स्कूल चैन विद्या विकास कान्सेप्ट ने टेक ओवर कर लिया है। छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों मे विद्या विकास कान्सेप्ट विद्यालय शुरु कर चुके संस्था के नये प्रबंधन ने रविवार को प्रेस वार्ता लेकर विद्यालय की खूबियां गिनाईं और अपने कान्सेप्ट से जिले की शैक्षणिक व्यवस्था मे बेहतर बदलाव का दावा किया।

प्रेस वार्ता मे विद्या विकास कान्सेप्ट की ओर से मैनेजिंग डायरेक्टर जी भास्कर राव , एकेडमिक डायरेक्टर जी रामकृष्ण , एग्जीक्युटिव डायरेक्टर डी नागेश्वर राव ,व डायरेक्टर डा . पण्डा तथा प्रिंसिपल प्रिया कपिल ने पत्रकारों को नई संस्था के विशेष व्यवस्थाओं से परिचित कराया । सभी ने संस्था के दो दशक से ज्यादा के एकेडमिक अनुभव के बल पर विद्यालय के विद्यार्थियों मे बेहतर भविष्य को लेकर नवाचार करने की बात कही। मैनेजमेंट ने बताया कि शिक्षा को बेहतर करने उनके द्वारा देश भर से चुनकर सर्वश्रेष्ठ शिक्षक रायगढ के विद्यालय मे नियुक्त किये जाएंगें तो हायर सेकेंडरी के बाद आईआईटी जेईई व नीट जैसे बडे प्रतियोगी परीक्षा के लिए जिलै और प्रदेश से बाहर जाने की मजबरी खत्म कर विद्यालय मे ही पढाई के दौरान प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को कोचिंग दी जाएगी। इसके लिए सशुल्क विकल्प की व्यवस्था की गई है। सरकार के शिक्षा से जुडे सभी शर्तों व मापदंडों का पालन करते हुए विद्या विकास कान्सेप्ट प्रबंधन नये सिरे से जिले के विद्यार्थियों का भविष्य गढने मे तमाम ऐसी व्यवस्था विद्यालय मे संचालित करने की तैयारी मे है जिसका अब तक अभाव देखा गया है। प्राइमरी से लेकर हायर सेकेंडरी तक की शिक्षा मे अमलचूल बदलव के साथ संस्था अध्ययन और अध्यापन की तकनीक को अनूठे तरीके से बेहतर करने का दावा करती है जिसका लाभ पालक और विद्यार्थीयों के साथ संस्था को भी मिलेगा। इससे पहले स्कूल के विद्यार्थियों व पालकों की सभा बुलाकर विद्या विकास कान्सेप्ट प्रबंधन ने अपने विजन साझा करते हुए सभी को आश्वश्त किया है वहीं प्रबंधन बदलने के बावजूद इंडियन स्कूल के स्टाफ नहीं बदले जाने का आश्वासन दिया गया है। जिले मे स्कूली शिक्षा के बूते बच्चों को सुनहरे भविष्य का सपना दिखाने वाले निजी शिक्षा उद्योग मे चल रही गलाकाट प्रतिस्पर्धा के बीच अब इंडियन से विद्या विकास कान्सेप्ट विद्यालय की शक्ल लेने वाला स्कूल अपने पिछले प्रदर्शन के आधार पर रायगढ मे छात्र प्रतिभा को तराशने की शुरुआत तो कर दी है लेकिन इसका कितना लाभ शहर के बच्चों और कितनी राहत व मुरब्बत स्कूल मे पढने वाले बच्चों के पालकों को मिलेगी ! इस पर शहर के तमाम निजी स्कूलों की नजर बनी हुई है ।

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