Home Chhattisgarh दिनभर बिजली नहीं रहने से परेशान हुए क्षेत्रवासी, अनाथालय मार्ग रहा बाधित 

दिनभर बिजली नहीं रहने से परेशान हुए क्षेत्रवासी, अनाथालय मार्ग रहा बाधित 

by Niraj Tiwari

बिजली केबल वायर बदलने के दौरान टूटा खंभा

 

रायगढ़। बुधवार को बिजली का पुराना केबल वायर होने के कारण वह आपस में जलकर चिपक गया। जिसकी सूचना मिलने पर बिजली विभाग के कर्मचारी केबल वायर बदलने पहुंचे और जैसे ही विद्युत कर्मी सीढ़ी लगाकर खंभे पर चढ़े वह खंभा टूट कर लटक गया। जिसके बाद विभाग के लोगों की परेशानी बढ़ गई। इसके साथ ही स्थानीय लोगों को भी सुबह से शाम तक बिना बिजली के ही रहना पड़ा।

            बीते बुधवार की सुबह हंडी चौक निवासी लोगों ने बिजली विभाग को फोन करके बताया कि क्षेत्र की लाइट नहीं है। सूचना पाकर पहुंचे बिजली विभाग के कर्मचारियों ने देखा कि बिजली का लोड बढ़ने से केबल वायर अधिक गर्म होकर आपस में चिपक गया, जिसमें स्पार्क होने के कारण क्षेत्र की लाइट बंद है। उन्होंने उसे सुधारने का प्रयास किया लेकिन तार में सुधार नहीं हो पाने के करण नया केबल वायर लाकर उसे जोड़ने का प्रयास शुरू किया गया। जैसे ही पुराने केबल को निकालने के लिए लाइनमैन खंभे पर चढ़ा उसी समय खंभा टूट कर लटक गया। बताया जा रहा है कि यह बिजली का खंभा काफी पुराना है और लोहे का होने के कारण जंग खाकर सड़ चुका है। हालांकि इस घटना में बिजली विभाग के कर्मचारी सुरक्षित बच गए और नया खंभा लाकर उक्त स्थान पर खड़ा करने के बाद केवल वायरिंग किया गया। काम शुरू करने से पहले ही बिजली वायर देखने के बाद सड़क पर गिरे वायर को साइड कर वहां यातायात पुलिस का बेरीकेट लगाया गया। जिससे कोई दुर्घटना घटित ना हो सके। स्थानीय दुकानदारों से चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि आए दिन हंडी चौक क्षेत्र में बिजली की समस्या बनी रहती है। अक्सर वायर जलने और ट्रांसफार्मर जलने से क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानी हो रही है। इसी दौरान अमित कुमार पटनायक ने बताया कि उसकी इलेक्ट्रिकल सामान बनाने की दुकान है। जिसमें पंखा, कूलर, मोटर बाइंडिंग  इत्यादि बिजली से संबंधित काम किया जाता है। लाइट चले जाने से उसे सुबह से ही उसके ग्राहकों को बिना काम कराए ही वापस भेजना पड़ रहा है। अमित पटनायक ने बताया कि सुबह से ही मरम्मत कर जारी है लेकिन कितना देर तक यह मरम्मत कार्य चलेगा और कब बिजली वापस आएगी इसकी जानकारी कोई नहीं दे रहा है। जिससे उसे दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है। पहला कि उसे ग्राहकों को बिना काम किया भेजना पड़ रहा है और दूसरा दुकान में लगे कर्मचारी को बैठाकर पैसा देना पड़ रहा है।

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