Home Chhattisgarh जोबी महाविद्यालय में एन.एस.एस. दिवस पर हुआ उन्मुखीकरण कार्यक्रम

जोबी महाविद्यालय में एन.एस.एस. दिवस पर हुआ उन्मुखीकरण कार्यक्रम

by Niraj Tiwari

सेवा भावना, सामाजिक सशक्तिकरण और देश के विकास में योगदान करना एनएसएस का उद्देश्य : प्राचार्य

रायगढ़। शास. महाविद्यालय जोबी रायगढ़ में सोमवार 25 सितंबर 2023 के दिन राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस को लेकर एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सुबह की पाली में बड़ी संख्या में विद्यार्थी जोबी पुलिस चौकी के बगल में स्थित शहीद वीर नारायण सिंह शास. महाविद्यालय पहुंचे। स्वल्पाहार लेने के बाद महा. परिसर से विशाल रैली निकाली, जो नारे लगाते हुए प्राथमिक स्वस्थ केंद्र, जोबी होते हुए आधा दर्जन स्थानों का भ्रमण कर वापस पहुंची। इसी क्रम में जोशीले अंदाज़ में विद्यार्थी उन्मुखीकरण कार्यक्रम में शामिल हुए और सरस्वती वंदना से शुरुआत की। एकल एवम सामुहिक नित्य जैसे हाइलाइट्स ने भी ध्यानाकर्षण किया।

इस दौरान सर्व प्रथम महाविद्यालय के प्राचार्य रविन्द्र कुमार थवाईत ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत किया और एन.एस.एस. के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 20 वी सदी में पं. जवाहर लाल नेहरू के समय से इसकी नीव रखी गई। स्थापना दिवस 24 सितंबर को मनाया जाता है। जिसकी शुरुआत वर्ष 1969 से हुई और देखते ही देखते आज इससे 55 लाख से अधिक सदस्य जुड़ चुके हैं। जिनका उद्देश्य सेवा भावना, सामाजिक सशक्तिकरण और देश के विकास में योगदान करना है। उन्होंने विद्यार्थियों से इससे दिल से जुड़ने और पढ़ाई के बाद बचे हुए समय में इसे अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनने की अपील की। अतिथि शास. उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, गोरपार के कार्यक्रम अधिकारी दुबराज कंवर ने भी छात्र-छात्राओं का मनोबल बढ़ाते हुए अपने अनुभव साझा कर उन्हें इस ओर प्रोत्साहित किया। बढ़ते क्रम में सहा. प्राध्यापक एवम महाविद्यालय के एन.एस.एस. अधिकारी सुरेंद्र पाल दर्शन ने कमान सम्हालते हुए छात्र-छात्राओं को एन.एस.एस. से जोड़ा। उन्होंने स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी के आदर्शों को अपनाने की बात कही। विद्यार्थी संवाद के दौरान साक्षरता प्रोजेक्ट, रक्तदान, स्वच्छता, नशामुक्ति अभियान आदि के बारे में बता सहयोग एवम कार्य योजना की रूपरेखा तैयार की गई। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को एन.एस.एस. में भागीदार होने का अवसर मिला। इस दौरान महाविद्यालय के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे और सीनियर विद्यार्थियों का विशेष योगदान रहा।

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