प्रतिमा विसर्जन करने आए एक नाबालिक के नदी में डूबने की आशंका, जांच में जुटी पुलिस
शासन प्रशासन की कई बार मना करने के बाद भी गणेश और विश्वकर्मा भगवान की प्रतिमा स्थापित करने वाले समिति के लोगों ने लापरवाही पूर्वक प्रतिमा का विसर्जन केलो नदी में ही किया। जिसका खामियाजा जूटमिल क्षेत्र स्थित एक आयोजन समिति के लोगों को उनके ही परिवार का एक बालक होकर उठाना पड़ा। प्रतिमा विसर्जन के लिए नगर निगम द्वारा विजयपुर तालाब और अतरमुड़ा तालाब को निर्धारित किया गया है। जिसकी साफ सफाई भी कराई गई है। लेकिन लोग जान जोखिम में डालकर नदी में ही प्रतिमा विसर्जन करने में लगे हुए हैं।
सोमवार देर शाम गणेश विसर्जन के लिए गया एक किशोर केलो नदी में गायब हो गया। चूंकि नदी का बहाव काफी तेज है। इसलिए चक्रधर नगर और जूटमिल पुलिस लापता युवक की सरगर्मी से खोजबीन कर रही है। जानकारी के अनुसार जूटमिल इलाके में सार्वजनिक गणेश उत्सव करने वाली युवा समिति के सदस्य सोमवार शाम गाजेबाजे के साथ मूर्ति विसर्जन के लिए निकले। देर शाम कयाघाट रपटा पहुंचने पर युवकों ने गणेश प्रतिमा का विसर्जन किया। विघ्नहर्ता की मूर्ति को केलो नदी में विसर्जित करने के लिए कई युवक नदी में उतरे। इस दौरान एक युवक अचानक गायब हो गया। साथियों ने कयाघाट रपटा के आसपास उसे ढूंढा भी, मगर अंधेरा होने के कारण सफलता नहीं मिली तो पुलिस को सूचना दी गई।
नगर सेना के गोताखोर नाबालिक की नदी में कर रहे तलाश
चक्रधर नगर थाना प्रभारी प्रशांत राव अहेर तथा जूटमिल थाना प्रभारी रामकिंकर यादव अपनी टीम के साथ कयाघाट रपटा पहुंचे और घाट का निरीक्षण भी किया, पर कुछ नहीं मिला। चूंकि, युवक के नदी में बहकर नीचे जाने की आशंका है इसलिए दोनों थानों की टीम तटवर्ती क्षेत्रों में सर्चिग करते हुए कामयाबी नहीं मिलने पर मंगलवार सुबह होमगार्ड्स के गोताखोरों की मदद ली। सुबह से ही नगर सेना के गोताखोरों ने मोर्चा संभाला है और नदी में संभावित स्थानों पर जाल डालकर लापता बालक की खोजबीन की जा रही है।