Home Chhattisgarh देवकी रामधारी फाउंडेशन ने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल होकर बनाया विश्व कीर्तिमान

देवकी रामधारी फाउंडेशन ने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल होकर बनाया विश्व कीर्तिमान

by Niraj Tiwari

 

बीते 7 साल में 5210 नेत्रदान का संकल्प पत्र भरवा कर नए चिकित्सा जगत का किया आयाम स्थापित

रायगढ़। वर्ष 2023 नेत्रदान जागरूकता अभियान में नागरिकों, संस्थाओं के माध्यम से देवकी रामधारी फाउंडेशन ने विश्व में नया कीर्तिमान बनाया और गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल होकर इतिहास रच दिया। ज्ञात हो संस्था ने 2016 से अब तक  किया। जिसके लिए एशिया हेड गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के डॉक्टर मनीष बिश्नोई ने संस्था को गरिमामयी मंच में सर्टिफिकेट प्रदान किया। जो कि पूरे नगरवासियों एवं राज्य के लिए बहुत ही गर्व का विषय है!

 नगर निगम ऑडिटोरियम में देवकी रामधारी फाउंडेशन, जिला प्रशासन एवं समस्त स्वयं सेवी संस्थाओं के माध्यम से मरणों प्रांत देहदान व नेत्रदान करने वाले परिवार जनों का सम्मान मुख्य अतिथि रायगढ़ रेंज के डीआईजी रामगोपाल गर्ग, अति विशिष्ट अतिथि एशिया हेड गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के डॉक्टर मनीष बिश्नोई, अंचल के सुप्रसिद्ध पंडित रवि भूषण शास्त्री, डॉ. उमेश शर्मा, देवकी रामधारी फाउंडेशन के चेयरमैन दीपक डोरा, डायरेक्टर लता दीपक की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत नेत्रदान विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता से हुई। जिसमे स्कूल कालेज के लगभग 85 छात्रों ने हिस्सा लिया। छात्रों द्वारा बनाए गए चित्रों ने सबके दिलों को मोह लिया। उड़ीसा से नेत्रहीन कलाकारों की संगीत प्रस्तुति, सीरियल के अकबर ताज द्वारा कविता पाठ, स्कूली बच्चों द्वारा नेत्रहीन की जिंदगी का वर्णन पर अभिनय कर एवं प्रोफेसर राजेंद्र बेहरा नेत्रहीन कलाकार द्वारा देशभक्ति गीत की प्रस्तुति देकर सबके दिलो को आनंद से भर दिया। उसके पश्चात् मरणोपरांत देहदान व नेत्रदान करने वाले परिवार जनों का सम्मान किया गया।  इसी मंच से 18 दानदाताओं ने देहदान के लिए और चार दानदाताओं ने नेत्र दान के लिए संकल्प लिया ।

मरणोपरांत देहदान व नेत्रदान करने वाले परिवार जनों का सम्मान समारोह संपन्न

डीआईजी रामगोपाल गर्ग ने देवकी रामधारी फाउंडेशन द्वारा निस्वार्थ भाव से नेत्रदान एवं देहदान के क्षेत्र में किये जा रहे कार्य की सराहना करते हुए कहा कि उसने दुनिया का सबसे महान किया जिसने भी नेत्रदान महादान किया। देवकी रामधारी फाउंडेशन के चेयरमैन दीपक डोरा ने कहा विश्व कीर्तिमान देवकी रामधारी फाउंडेशन का नहीं अपितु रायगढ़ के प्रत्येक आमजनों का है जिन्होंने प्रयास करके नेत्रदान जागरुकता के इस महाअभियान को विश्व कीर्तिमान में स्थान दिलाया है। वर्ष 2016 में दीपक डोरा की माता स्व. देवकी देवी अग्रवाल का मृत्योपरांत उनके नेत्रों का दान डॉ. प्रभात पटेल एवं जिला चिकित्सा की टीम के सहयोग से किया गया था। उसी दिन से दीपक और उनके परिवार के जीवन का यह एक मकसद बन गया वे पूरे तन मन से नेत्र दान के प्रति लोगो मे जागरुकता फैलाने के कार्य मे लग गए और अपने माता पिता के नाम से देवकी रामधारी फाउंडेशन की स्थापना की। 

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