पेयजल हेतु छोड़ा जाता है 444 करोड़ लीटर पानी
नहरों से छूटे पानी से जलस्रोतों के भराव में मिलती है मदद
रायगढ़ केलो बांध में स्टोर किया गया पानी नहरों के माध्यम से सिंचाई और पेयजल और निस्तारी के लिए दिया जाता है। कार्यपालन अभियंता श्री पी.आर.फुलेकर ने बताया कि केलो बांध की ऊंचाई 24.22 मीटर है। इसमें स्टोर पानी में से विभिन्न प्रयोजनों के लिए नहरों के माध्यम से पानी दिया जा रहा है। जिसमें से 137.48 एमसीएम अर्थात 13 हजार 738 करोड़ लीटर पानी सिंचाई के लिए दिए जाने का प्रावधान है। इसके साथ ही लगभग 444 करोड़ लीटर पानी पेयजल के उद्देश्य से दिया जाता है। इसमें बारिश के पानी के साथ ही स्टोरेज क्षमता का पानी उपयोग किया जाता है।
उन्होंने आगे बताया कि 313 किमी में से 248 कि.मी.नहरों का काम पूरा किया जा चुका है। जिन स्थानों में काम पूरा हो गया है, वहां नहरों के जरिए पानी पहुंच रहा है। शेष बचे कार्य को भी जल्द पूरा करने की दिशा में विभाग लगातार कार्य कर रहा है। श्री फुलेकर ने आगे बताया कि गर्मी के दिनों में जब गांव के तालाब और जल स्त्रोत सूख जाते है। तो बांध में संचित किया हुआ बारिश का पानी नहरों के माध्यम से पेयजल और निस्तार के लिए छोड़ा जाता है। पिछले दिनों नवगठित सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के कुछ गांवों में तालाबों के सूखने पर किंकारी बांध से पानी छोड़ा गया है। श्री फुलेकर ने कहा कि केलो नहरों का काम जिन स्थानों पर शेष है वहां काम पूरा करने विभाग लगातार कार्य कर रहा है। काम पूरा होने पर जिले के बड़े क्षेत्र में सिंचाई के साथ पेयजल और निस्तार के लिए पानी पहुंच सकेगा।
स.क्र./93/राहुल