रायगढ़। चक्रधर नगर थाना क्षेत्र स्थित प्रेम नगर मोहल्लेवासी हर साल उनका घरौंदा उजड़ने के भय से गुजरते हैं। जब जब रेल लाइन विस्तार का काम प्रारंभ होता है तब तब उन्हें उनका घर खाली करने और रेलवे की जमीन छोड़ने का नोटिस थमा दिया जाता है। सालों से उसी स्थान पर रहकर अपनी जमा पूंजी से मकान बनाने के बाद बेघर होने का डर प्रेम नगर वासियों से बेहतर और कोई नहीं समझ पाएगा। इसीलिए सोमवार को सभी प्रेम नगर वासी पार्षद पति राजेंद्र ठाकुर के साथ अपना घरौंदा बचाने की मांग करने नगर निगम आयुक्त से मिलने पहुंचे थे।
सोमवार को सुबह रेलवे से नोटिस मिलने के बाद नगर निगम पहुंचे प्रेमनगर वासियों ने अपनी बात रखते हुए कहा कि रेलवे द्वारा उन्हें नोटिस देकर सप्ताह भर के भीतर स्वयं से मकान खाली करने के लिए कहा गया है। ऐसे में इतनी जल्दी वह अपने परिवार और सामान के साथ कहां जा सकते हैं। वार्ड के लोगों की समस्या को लेकर पहुंचे पार्षद पति राजेन्द्र ठाकुर ने भी निगम आयुक्त को मामले की गंभीरता बताई। जिसके बाद नगर निगम आयुक्त संबित मिश्रा ने भवन अधिकारी को बुलाकर प्रभावित लोगों से आवेदन लेने के पश्चात रिक्त स्थानों पर उन्हें निर्धारित राशि लेकर शिफ्ट करने के लिए निर्देशित किया।
विस्थापन के तहत निगम से मकान लेने हुई बैठक
नगर निगम आयुक्त संबित मिश्रा द्वारा निर्धारित राशि लेकर नगर निगम द्वारा बनाए गए मकान दिए जाने की बात अधिकारी से कही गई जिससे प्रेमनगर वासी असंतुष्ट नजर आए और उन्होंने जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर अपनी बात रखते हुए कहा कि प्रभावित लोग रोजी मजदूरी करने वाले परिवार हैं। जिनके पास नगर निगम द्वारा निर्धारित राशि का भुगतान करने की क्षमता नहीं है। इसलिए प्रभावित लोगों को नगर निगम के द्वारा विस्थापन के तहत मकान उपलब्ध कराया जाना चाहिए। जिससे प्रभावित परिवार के लोगों को परेशानी ना हो हालांकि नियमानुसार नगर निगम द्वारा कब्जा या मकान तोड़ने की स्थिति में विस्थापन के तहत जगह दिया जा सकता है लेकिन रेलवे द्वारा हटाया जाने पर नगर निगम विस्थापन के तहत मकान आवास देने के लिए कहीं से भी बाध्य नहीं है।