अहमदाबाद में होने वाले राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए हुई रवाना
रायगढ़। सपने उनके ही सच होते हैं, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। इन पंक्तियों को रायगढ़ की होनहार क्रिकेटर साईंतृषा प्रधान ने सच कर दिखाया है। साईंतृषा ने अपनी अद्वितीय मेहनत और प्रयासों से अंडर-19 स्कूल गेम्स भारतीय महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने का सपना साकार किया है। जिंदल स्टील प्लांट में नौकरी करने वाले साईंतृषा के पिता बसंत प्रधान अपने समय में खुद एक प्रतिष्ठित क्रिकेटर थे, उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए बेटी के सपनों और प्रतिभा को समर्थन दिया।
इसी संघर्ष और समर्थन के फलस्वरूप, साईंतृषा अब स्कूल गेम्स अंडर-19 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा बन चुकी हैं। साईंतृषा ने जावेद मेमोरियल क्रिकेट अकादमी से क्रिकेट के निपुणताओं को सीखकर अपनी क्षमताओं को बढ़ाया। उनके परिवार में उनके चयन पर अत्यंत खुशी का माहौल है क्योंकि उनकी मेहनत और प्रतिबद्धता ने उन्हें अंडर-19 राष्ट्रीय टीम में स्थान हासिल कराई है। राष्ट्रीय टीम में अपने सलेक्शन से साईंतृषा बहुत खुश है। जावेद क्रिकेट मेमोरियल अकादमी के हेड कोच आशिक हुसैन ने उनकी मेहनत की सराहना करते हुए कहा है कि साईंतृषा एक बेहतरीन ऑलराउंडर हैं और उनकी मेहनत ने उन्हें इस महत्त्वपूर्ण स्थान तक पहुंचाया है।
जिससे वह अपने परिवार, रायगढ़ और एकेडमी का मान बढ़ा रही हैं। साईंतृषा टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए अहमदाबाद के लिए रवाना हो चुकी हैं। इस उपलब्धि के लिए उन्हें जावेद मेमोरियल क्रिकेट एकेडमी आशिक हुसैन, अभिषेक गुप्ता, दिलीप सिंह, राजा गोरख, विकास पाण्डेय, अमित कुँवर, सचिन चौहान, सचिन मिश्रा , अक्षय गुप्ता, आलोक दुबे और वरिष्ठ खिलाड़ीयों को ओर से बधाई और शुभकामनाएं मिली हैं।