डेरा गिरोह के 4 आरोपी देशी कट्टा और 5 रांउड के साथ गिरफ्तार
बीते माह के अंतिम सप्ताह में तीन दिन लगातार चक्रधरनगर, जूटमिल और कोतरारोड़ क्षेत्र में सिलसिलेवार तरीके से नकबजनी की घटना घटित हुई थी। जिसकी जांच करते हुए जिला पुलिस ने अंतर्राज्यीय डेरा गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से चोरी का सामान और घटना में प्रयुक्त हथियार के साथ देसी कट्टा बरामद किया है।
पत्रकार वार्ता लेते हुए कंट्रोल रूम में पुलिस कप्तान सदानंद कुमार को अवगत कराए कि सभी चोरियों में लगभग एक ही पैटर्न से आरोपियों द्वारा चोरी किया गया है । एसएसपी सदानंद कुमार द्वारा थानों की टीम के साथ साइबर सेल को माल मुलजिम पतासाजी के लिए लगाया गया । एडिशनल एसपी संजय महादेवा और साइबर सेल पर्यवेक्षण अधिकारी एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के मार्गदर्शन पर साइबर सेल और थानों की टीम द्वारा आरोपियों के चोरी के पैटर्न और सीसीटीवी एनालिसिस करते हुए जांच आगे बढ़ा रही थी । थाना प्रभारी चक्रधरनगर प्रशांत राव और जूटमिल थाना प्रभारी राम किंकर यादव अपने इलाके के संदेहियों की धरपकड़ कर पूछताछ किया जा रहा था तथा सायबर सेल की टीम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी। प्राप्त फुटेज पर संदिग्ध के हुलिए दूसरे वारदात के फुटेज से मिलान हो रहे थे। जिसके बाद थानों और साइबर सेल की टीम द्वारा फुटेज में दिख रहे संदेहियों के संबंध में अपने अपने मुखबिर को सक्रिय कर पतासाजी किया जा रहा था कि संदेहियों के चक्रधरनगर कोतरलिया रेल्वे स्टेशन के बाहर डेरा लगाने वाले होना पता चला। जिनके डेरा खाली कर अन्यत्र जाने की जानकारी मिली । तत्काल साइबर सेल, चक्रधरनगर और जूटमिल की पुलिस द्वारा छापेमार कार्यवाही कर बैकुंठपुर कोरिया और सासाराम बिहार से शहर में घूम-घूम कर शहद बेचने और गौ-हत्या का दोषी होने का दिखावा करने वाले 4 डेरा वाले किशन खैरवार पिता रंगीन खैरवार उम्र 25 साल निवासी भगवती हॉस्पिटल कान्टू मोहल्ला खैरवार टोली डाल्टनगंज ,बीरन खरवार पिता नाखून खरवार उम्र 40 वर्ष ,राजकुमार खैरवार पिता सुरेश खैरवार उम्र 25 साल, चिड़ीमार खैरवार पिता दरोसा खैरवार उम्र 40 साल सभी निवासी ग्राम चियांकी थाना डाल्टनगंज हिरासत में लिया गया। पकड़े गये आरोपियों से एक देशी कट्टा और पांच जिंदा कारतूस के साथ नकदी रकम 2,36,000 रुपए और सोने-चांदी के जेवरात बरामद किए गये हैं । पूछताछ में आरोपियों ने पिछले साल दिसंबर माह में घरघोड़ा क्षेत्र में हुई चोरी के साथ विगत मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में जिले में हो रही सिलसिलेवार नकबजनी की घटनाओं का खुलासा हुआ है। आरोपियों का एक साथी रामू खैरवार फरार है ।
दिन में करते थे रेकी रात में देते थे घटना को अंजाम
आरोपियों से पूछताछ में जानकारी मिली कि सभी पलामू जिले के डाल्टनगंज इलाके के रहने वाले हैं। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में डेरा कर रुकते हैं । वर्तमान में आरोपियों द्वारा जिला कोरिया बैकुंठपुर के महामंदिर महामाया मंदिर रेल्वे स्टेशन के पास अपना ठिकाना बनाकर रह रहे थे । ये लोग अलग-अलग राज्यों के शहरों में दिन के समय घूम-घूम कर नकली शहद बेचने के बहाने से गली मोहल्लों के बंद मकानों की पहचान करते हैं और उसी रात सभी मिलकर चोरियों को अंजाम देते हैं। ये दिन के समय शहद बेचने के अलावा अपने गले में गेरुवा रस्सी डाल कर बताते कि इनसे गौ हत्या हुई है और सहयोग मे पैसा मांग कर रेकी करते थे और रात में चोरी के लिये अपने साथ बसुला लेकर घूमा करते थे ।
इंटरनेट सेवाएं थी बंद उसके बाद भी जिला पुलिस हुई सफल
आरोपियों के चोरी के पैटर्न और सीसीटीवी एनालिसिस पर पुलिस संदेहियों की पहचान पुख्ता की। जिसके बाद पुलिस कप्तान सदानंद कुमार के निर्देशन पर साइबर सेल, थाना चक्रधरनगर और जूटमिल की संयुक्त टीम द्वारा बैकुंठपुर चरचा इलाके में दबिश देकर 3 आरोपी को पकड़ा गया । पकड़े गये आरोपियों से मिली जानकारी पर पुलिस की एक टीम बिहार , औरंगाबाद रवाना हुई । बिहार सासाराम में रामनवमी दंगा के कारण इंटरनेट सुविधाएं बंद होने से रायगढ़ पुलिस को कार्यवाही में बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ा । पुलिस टीम को टेक्निकल सपोर्ट की मदद नहीं मिल पाने से ह्यूमन हिंट के आधार पर एक आरोपी को सासाराम के पास हिरासत में लेने में सायबर सेल की टीम सफल रही । रायगढ़ पुलिस के धरपकड़ की कार्यवाही पर गिरोह दौरान एक आरोपी किशन खैरवार पकड़ा गया पर एक अन्य आरोपी रामू खैरवार और उसकी पत्नी उनके डेरे से नदारद मिले। आरोपियों के डेरा की तलाशी, मेमोरेंडम के दौरान आरोपी बीरन खरवार के पास से एक देशी कट्टा, 05 जिंदा राउंड, 06 मोबाइल तथा घटना में प्रयुक्त हथोड़ा, बसुला, गेरुवा रस्सी , लोहे का सुम्बा घटना समय पहने कपड़े जो सीसीटीवी फुटेज से भी स्पष्ट हुआ। उसकी विधिवत जप्ती की गई है । थाना प्रभारी चक्रधरनगर निरीक्षक प्रशांत राव अहेर, थाना प्रभारी जूटमिल राम किंकर यादव, सउनि शशिदेव भोई, प्रधान आरक्षक सतीश पाठक, श्याम देव साहू के साथ सायबर सेल के प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, दुर्गेश सिंह, बृजलाल गुर्जर, प्रदीप गहलोत, महिला आरक्षक रेणु सिंह मंडावी, आरक्षक महेश पंडा, पुष्पेन्द्र जाटवर, धनंजय कश्यप, नंद कुमार पैंकरा, प्रताप बेहरा, विकास प्रधान, मुकेश यादव, सुरेश सिदार, पुष्पेन्द्र मराठा, राजेश खांडे, प्रमोद सागर और महिला आरक्षक मेनका चौहान की सराहनीय भूमिका रही है ।