रायगढ । लोकतंत्र के सबसे बड़े त्यौहार मतदान दिवस के ठीक एक दिन पूर्व गोपिका गुप्ता के समर्थकों ने रायगढ़ में दिखाया अपना दम । आपको बता देगी गोपिका गुप्ता रायगढ़ विधानसभा में भाजपा से अलग होकर निर्दलीय चुनाव (सिलाई मशीन छाप) के चुनाव चिन्ह पर लड़ रही हैं । यूं तो कई महीने पहले से ही उन्होंने जनता के बीच जाकर अपना चुनावी प्रचार शुरू कर दिया था , पर जैसे ही चुनाव के दिन नजदीक आते गए ही उनकी यह प्रचार प्रसार की यात्रा इतना भव्य रूप लेने लगी जिससे विरोधियों के हौसले पूरी तरह से पस्त होते नजर आए ।
इसी क्रम में ठीक विधानसभा चुनाव से एक दिन पहले रायगढ़ विधानसभा के संपूर्ण ब्लॉक से विशाल बाइक रैली निकाली गई। जिसमें पुसौर मंडल,सरिया मंडल, पूर्वांचल मंडल व शहरी मंडल के कार्यकर्ताओं ने अपनी मोटरसाइकिलों पर गोपिका गुप्ता के समर्थन के तख्ती और बैनर लेकर रैली को संपन्न बनाया। इस रैली के माध्यम से इन सभी क्षेत्रों में गोपिका गुप्ता का प्रभाव साफ देखने को मिला। इसके साथ ही रायगढ़ शहर में एक विशाल पदयात्रा देखने को मिली जिस पदयात्रा में सैकड़ो की संख्या में महिलाएं एकत्रित हुई।
यात्रा की शुरुआत रायगढ़ के स्टेशन चौक से की गई जोकि गांधी प्रतिमा चौक, सुभाष चौक ,गौरी शंकर मंदिर चौक ,शहिद चौक ,सिग्नल चौक,मिनीमाता चौक होते हुए कबीर चौक में समाप्त हुई, रैली में समर्थकों की भारी भीड़ देखने को मिली विभिन्न रैलियों के बाद गोपिका गुप्ता के गृह ग्राम पुसौर क्षेत्र के त्रिभोना में क्षेत्र के सरपंचों व ग्रामीणों द्वारा गोपिका गुप्ता का भव्य स्वागत ,सत्कार किया गया। साथ ही उनके समर्थकों ने उन्हें गुलाब जामुनों से तोला । अपने नेता को इस तरह जनता के विकास के लिए लड़ाई लड़ते देख क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की आंखें छलक उठी साथी ही ग्रामीणों ने अपने नेता को आशीर्वाद देते हुए विजय होने की कामना की।
विधानसभा के किस-किस क्षेत्र में गोपिका गुप्ता की कितनी पकड़
आज की आयोजित भव्य बाइक रैली ने यह साफ कर दिया कि गोपिका गुप्ता न सिर्फ ग्रामीण बल्कि शहरी क्षेत्र में भी आगे है। सरिया क्षेत्र और पुसौर क्षेत्र से निकले बाइकों की टोली ने यह जाहिर कर दिया कि , इन क्षेत्रों में उनका दबदबा अभी भी उसी प्रकार बना हुआ है जिस प्रकार जिला पंचायत चुनाव में बना था , इसके साथ ही पूर्वांचल के लोइंग, बनोरा क्षेत्र के साथ शहरी क्षेत्र की बाइकों की संख्या देख कर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी उनके पकड़ अच्छी है। इसके साथी महिलाओं से मिल रहा समर्थन भी यह बता रहा है ,कि नारी सशक्तिकरण का नारा लिए गोपिका गुप्ता चुनावी मैदान में उतरी हैं, उसमें उन्हें महिलाओं का सहयोग काफी मिल रहा है। इसमें कोई दो राय नहीं है, कि महिला प्रत्याशी होने की वजह से महिलाओं का एक तरफा झुकाव गोपिका गुप्ता के ऊपर बना हुआ है , साथ ही उनके गृह निवास त्रिभोना में भी उनका स्वागत सत्कार देखकर यह साफ हो गया कि वह अपने गृह ग्राम का संपूर्ण वोट बटोरने वाली है। इससे उनकी जीत की राह आसान होती नजर आ रही है ।किसी पार्टी की प्रत्याशी न होने के बावजूद निर्दलीय प्रत्याशी होते हुए भी इतनी मजबूती से उनका खड़े रहना, सभी के लिए चर्चा का विषय बनी हुई है।