Home Chhattisgarh पक्ष और विपक्ष के ठेकेदारों के सिंडिकेट के आगे नतमस्तक हुआ घरघोड़ा नगर पंचायत

पक्ष और विपक्ष के ठेकेदारों के सिंडिकेट के आगे नतमस्तक हुआ घरघोड़ा नगर पंचायत

by Niraj Tiwari


नियमो को दरकिनार कर सीएमओ ने बढ़ा दी निविदा अवधि

रायगढ़-पूरे प्रदेश में सुर्खियों में रहने वाला घरघोड़ा नगर पंचायत सदा अपने क्रिया कलापो के लिये चर्चा में रहता है पुनः एक बार पक्ष और विपक्ष के ठेकेदारों की जुगलबन्दी से शासन के नियमो को तार तार करते हुये नप अधिकारी पर ऐसा जादू चलाया की घरघोडा सीएमओ सुमित मेहता उनके आगे नमस्तक हो गए। जानकारी का आलम यह है कि विवादो और भ्रष्टाचार के चलते सुर्खियो में रहने वाला पंचायत टेंडर के खेल में नियमों को दरकिनार किये जाने से इससे शासन को राजस्व नुकसान उठाना पड़ रहा है। चहेतों को और राजनीतिक पहुच से ठेका मिल रहा था। ऐसे में इसकी प्रमाणिकता टेंडर तिथि को बढ़ाने से सामने आया है। इस खेल में माने तो सीएमओ व अन्य अधिकारी नतमस्तक की भूमिका में नजर आ रहे है।
दरअसल बीते दिन नगर पंचायत सीएमओ द्वारा 28-08-23 को 49 कार्यो के लिये मैन्यूल निविदा आमंत्रित कर जमा करने की तिथि 20-09-23 निर्धारित की किया गया था। यह निविदा अधोसरंचना मद के अन्तर्गत नगर में विभिन्न निर्माण कार्यो के लिए मंगाया गया था। जिसमे कई ठेकेदारों ने रुचि लेते हुए नियम व शर्तों के साथ टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा लिये कुछ ठेकेदारों ने समय अवधि में निविदा डाल भी दिया कुछ सत्ता और विपक्ष के ठेकेदारों द्वारा निर्धारित समय मे टेंडर नही डाल पाने के कारण फिर शुरू हुआ यहाँ पक्ष और विपक्ष की जुगलबन्दी का खेल और नप कार्यलय में देर रात बैठ कर नप सीएमओ पर ऐसा जादू चलाया की एकाएक टेंडर तिथि को 5 दिन के लिए बढ़ा दिया गया जो पूरे नगर में चर्चा का विषय बन गया है आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी कि निविदा को पांच दिनों के लिये बढ़ाना पड़ गया बताया यह भी जाता है कि घरघोड़ा नप के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है ओर कही ना कही राजनीतिक पकड़ वाले ठेकेदार उक्त प्रक्रियाओं में भाग नही ले पाए थे, उनका टीडीआर नही बन पा रहा था। ऐसे में निविदा जमा करने की तिथि में एक दिन भी नही सीधे पांच दिन बढ़ा दिया गया जिससे उनके चेहते ठेकेदार निविदा डाल सके। जबकि नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के अपर संचालक सोमिल रंजन चौबे के पत्र क्रमांक चार दिनांक 13 -10-2014 में स्पष्ठ निर्देश जारी किया है की निविदा जमा होने की तिथि में अगर कोई अवकाश होता है तो निविदा जमा करने की तिथि अगले दिन मानी जावेगी, ओर अगर इन नियमो का पालन नही होता है तो सीएमओ उत्तरदायी माने जावेगे व विभाग को हुये अतिरिक्त ब्यय को सम्बंधित अधिकारी से वसूल की जावेगी किंतु घरघोड़ा सीएमओ अपने उच्च अधिकारियों के निर्देश के उलट आदेश निर्देश को ही रद्दी के टोकरी में डाल देना अचंभित करता है। अगर निविदा में ठेकेदार भाग नही ले पाते है तो नियमो के अनुसार पुनः निविदा आमंत्रित किया जाना था सभी विभागों में भी यही होता है और इससे निकाय को पुनः राजस्व का लाभ प्राप्त होता पर यहां उल्ट घरघोड़ा सीएमओ अपने ही विभाग के राजस्व को चुना लगाते हुए अपने चेहते ठेकेदारों को लाभ पहुचाने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि घरघोड़ा नगर पंचायत अपने कर्मचारियों को वेतन के लिये लाले पड़े रहते है और वेतन के लिये विभाग के आगे झोली फैलना पड़ता है। बहरहाल घरघोड़ा में टेंडर के खेल में नगर पंचायत सीएमओ जहां नतमस्तक नजर आ रहे है जिसका खामियाजा शासन को राजस्व हानि तथा प्रशासनिक छवि को भी धूमिल कर रहा हैं ऐसे में उच्च अधिकारी क्या कार्यवाही करते है आने वाला समय बतायेगा।


मंगाया जाएगा विस्तृत रिपोर्ट

सयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग विलासपुर जेडी मिश्रा ने बताया कि टेंडर में नियमों का उल्लंघन की जानकारी आपके माध्यम से मिला हैं इस सम्बंध में सम्बंधित घरघोड़ा नगर पंचायत के अधिकारी से इस पर विस्तृत रिपोर्ट मंगाया जाएगा। अगर कोई गड़बड़ नियमों की अनदेखी की जाती है तो कार्रवाई की जाएगी।


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