छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी बैंक रॉबरी में 7 नहीं बल्कि 10 मुजरिमों ने दिया घटना को अंजाम
छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी बैंक रॉबरी कहे जाने वाले रायगढ़ एक्सिस बैंक डकैती कांड में भले ही सीसीटीवी फुटेज में 6 लोग बैंक भीतर घुसते नजर आए, मगर गिरोह में कुल 10 लोग शामिल हैं। खास बात यह है कि इस गैंग के सारे मेम्बर्स बेहद शातिर और आदतन अपराधी हैं। बैंक लूटने के पहले और भागने की पूरी प्लानिंग के पहले वे कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहते थे, इसलिए चाकू के साथ पिस्टल भी रखे थे ताकि हालात यदि इमरजेंसी हो तो वे फायर भी कर सकें।
एक्सिस बैंक में हुई डकैती मामले में रायगढ़ पुलिस को 24 घंटे के भीतर अभूतपूर्व सफलता हाथ लगी है । रायगढ़ पुलिस टीम ने मामले में शत प्रतिशत बरामदगी करते हुए “शेरघाटी गैंग” बिहार के 05 डकैतों को कैश, गोल्ड, हथियार एवं घटना में प्रयुक्त ट्रक, क्रेटा वाहन के साथ हिरासत में लिया गया है । इस सफलता का श्रेय केवल रायगढ़ पुलिस को ही नहीं जाता है। इस सफलता में बलरामपुर जिला के रामानुजगंज पुलिस की भी भूमिका सराहनी है। इस बात की जानकारी आईजी बिलासपुर अजय यादव तथा डीआईजी रामगोपाल गर्ग ने बुधवार की शाम रायगढ़ पुलिस कंट्रोल रूम में पत्रकार वार्ता लेते हुए साझा किया है।
योजना बंद तरीके से घटना में मोटरसाइकिल, कार और ट्रक खरीद कर बैंक लूटने की थी तैयारी
मंगलवार को सुबह बैंक खुलने के साथ ही हथियार लेकर एक्सिस बैंक में डकैती करने झारखंड बिहार गिरोह के आदतन अपराधी घुसे थे। जहां वे बैंक मैनेजर पर चाकू से वार कर 5 करोड़ 62 लाख रुपए की कैश और ज्वेलरी लेकर भागने में सफल हो गए थे सूचना मिलने के बाद से प्रदेश भर की पुलिस के कान खड़े हो गए थे तत्काल उच्च अधिकारियों के निर्देश पर टीम गठित कर आरोपियों की तलाश प्रारंभ की गई जिसमें टीम की बागडोर स्वयं आईजी बिलासपुर अजय यादव ने संभाली इसमें डीआईजी रामगोपाल गर्ग के मार्गदर्शन में तथा पुलिस कप्तान सदानंद कुमार के नेतृत्व में पुलिस विभाग के चुनिंदा लोगों की 12 अलग-अलग टीम बनाई गई इस दौरान साइबर सेल की भी मदद लेकर बलरामपुर पुलिस की मदद से आरोपियों को प्रदेश से बाहर जाने से पहले ही धर दबोचा गया। पुलिस के बताएं अनुसार उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में एक कारोबारी से दिन दहाड़े लाखों रुपए लूटने वाले गिरोह के सदस्यों ने रायगढ़ एक्सिस बैंक की तिजोरी खाली करने से पहले मोटरसाइकिल और ट्रक खरीद रखा था। बैंक से तीन बैग में लूट का कैश और आभूषणों को बाइक में रखने वाले डकैत ढिमरापुर चौक होते हुए पतरापाली गए और जिंदल के पास पहले से खड़ी ट्रक के केबिन में कुछ नगदी को रखकर बिहार के लिए रवाना हुए थे। इस दौरान आईजी श्री यादव ने आरोपियों की धर पकड़ में शामिल पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा भी की है।
इस संबंध में डीआईजी रामकुमार गर्ग ने बताया कि घटना में शामिल आरोपियों द्वारा पूर्व से ही योजना बनाई जा रही थी और बैंक की रेकी उनके द्वारा लगातार की जा रही थी। सीसीटीवी फुटेज में घटना कारित करने वाले आरोपियों की मोटरसाइकिल का बैंक के आसपास 5 से 10 बार मूवमेंट देखा गया। जिसके आधार पर पुलिस लगातार जांच कर रही थी और बारीकी से एक-एक कड़ी जोड़कर आरोपियों की पताशा जी कर रही थी। इसी दौरान लावारिस हालत में मोटरसाइकिल मिलने के बाद जब और भी सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तब वहां एक झारखंड नंबर की क्रेटा कार नजर आई। जिसका नंबर आसपास के जिले की पुलिस को देकर उनसे मदद ली गई। इस दौरान बलरामपुर जिले के एसपी को उक्त नंबर की गाड़ी रामानुजगंज के बैरियर से गुजरने की सूचना मिली। जिस पर उन्होंने उक्त कार को घेराबंदी कर पकड़ने के लिए रामानुजगंज पुलिस को निर्देशित किया था। उक्त कार के पकड़े जाने के बाद कार चालक से ट्रक के विषय में जानकारी मिली और फिर पुलिस ने ट्रक को भी घेराबंदी कर पकड़ते हुए घटना में शामिल आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है।
घटना के विषय में पुलिस कप्तान सदानंद कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद से जिला पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई थी उसके द्वारा आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने का हर संभव प्रयास किया जा रहा था यह घटना जिला पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी जिसमें बिलासपुर आईजी अजय यादव और रायगढ़ डीआईजी रामगोपाल गर्ग का मार्गदर्शन उन्हें पूरा मिला। जिस कारण उन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर घटना में शामिल आरोपी राकेश गुप्ता पिता गणेश साव उम्र 22 वर्ष निवासी गया , उपेंद्र सिंह पिता सुंदरिका सिंह उम्र 50 वर्ष निवासी बिहार , निशांत उर्फ पंकज कुमार महतो पिता जयदेव प्रसाद उम्र 32 वर्ष निवासी धनबाद, राहुल कुमार सिंह पिता उपेंद्र लाल उम्र 22 वर्ष निवासी बिहार और अमरजीत कुमार पिता शंकर उम्र 24 वर्ष निवासी गया को लूट के मैं माल समेत पकड़ने में सफलता मिली है।
एसपी बलरामपुर लाल उमेद सिंह ने बताया कि रायगढ़ पुलिस से सूचना मिलने के बाद से ही वह स्वयं नाकेबंदी की कमान संभाले हुए थे। इस दौरान पहले संदिग्ध क्रेटा वाहन को कब्जे में लिया गया। जिसमें 02 संदेही मौजूद थे । हिरासत में लेने के पश्चात संदेहियों से पूछताछ में अन्य आरोपियों की जानकारी मिली जो पीछे एक ट्रक में आ रहे थे। जैसे ही ट्रक को रोकने के लिये पुलिस ने घेराबंदी की उसमें बैठे 2 संदेही भाग निकले । ट्रक चालक को पुलिस द्वारा फौरन हिरासत में लिया गया । आरोपी वाहन से फरार हुये अन्य दो आरोपियों के संबंध में जानकारी ली गई। जिसे अंबिकापुर साइबर सेल की टीम को साझा किया गया। टीम ने आगे रंका पलामू क्षेत्र में तैनात अपनी टीम को डिटेल शेयर किया। 2 आरोपियों को टीम ने बस में भागते हुए पकड़ा । हिरासत में लिये गये 5 आरोपियों से पूछताछ पश्चात विधिवत तलाशी ली गई। आरोपियों के पास से एक देसी मेड राइफल, एक कट्टा, 08 कारतूस, क्रेटा वाहन , एक ट्रक और आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किया गया मास्क, कई चाबियां की जप्ती तथा बैंक से लूट किए गए रूपयों आभूषणों की रिकवरी की गई है ।