Home Chhattisgarh उगते सूरज को अर्घ्य देकर श्रद्धा और उल्लास के साथ संपन्न हुई छठ पूजा

उगते सूरज को अर्घ्य देकर श्रद्धा और उल्लास के साथ संपन्न हुई छठ पूजा

by Niraj Tiwari

रायगढ़। पूरे देश में सूर्य देवता की उपासना और श्रद्धा के पर्व छठ पूजा के दौरान आज श्रद्धालुओं ने उगते सूरज को अर्घ्य देकर इस पर्व को उल्लास और श्रद्धा के साथ संपन्न किया। रायगढ़ जिले के विभिन्न घाटों पर तड़के सुबह हजारों की संख्या में श्रद्धालु जुटे, जिन्होंने सूर्योदय के समय केलो में डुबकी लगाकर सूर्य देवता की पूजा अर्चना की।

             रायगढ़ के प्रमुख घाटों जैसे जूटमिल लेबर कालोनी घाट, कयाघाट, पंजरी प्लांट, खर्रा पटेल घाट, और किरोड़ीमल नगर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा था। इन घाटों पर छठ पूजा का दृश्य अत्यंत भव्य था, जहां महिलाएं अपनी पारंपरिक चादर ओढ़े, हाथों में फल और पूजा सामग्री लेकर सूर्य देवता को अर्घ्य देने के लिए खड़ी थीं। शहर के विभिन्न स्थानों पर भक्ति भाव और श्रद्धा से परिपूर्ण वातावरण था। घर-घर से पूजा सामग्री के साथ महिलाएं व पुरूष घाटों तक पहुंचे, जहां उन्होंने पहले जल में डुबकी लगाकर फिर सूर्य को अर्घ्य दिया। अर्घ्य देने के बाद सभी ने सूर्य देव से अपने परिवार के लिए सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना की।

गौरतलब है कि छठ पूजा का महत्व बहुत ही खास है, क्योंकि यह सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक परंपरा भी है। यह पर्व विशेष रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में मनाया जाता है, लेकिन अब देशभर में इसकी लोकप्रियता बढ़ चुकी है। छठ पूजा का उद्देश्य सूर्य देवता को धन्यवाद देना और उनके आशीर्वाद से जीवन में खुशहाली और समृद्धि की कामना करना है। पारंपरिक रूप से, यह पूजा चार दिनों तक मनाई जाती है, जिसमें व्रति सूर्योदय और सूर्यास्त के समय पानी में खड़े होकर सूर्य देव की पूजा करते हैं। इस दौरान उपवासी रहते हुए सिर्फ पानी और फल का सेवन करते हैं।

इस पूजा में सूर्य देवता को अर्घ्य देने के बाद महिलाएं और पुरुष पारंपरिक गीत गाते हुए घाटों से अपने घर लौटते हैं। रायगढ़ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में इस बार भी छठ पूजा को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। घाटों पर सुरक्षा बल तैनात थे, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग ने भी चिकित्सा सुविधाओं को उपलब्ध कराए थे ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े। श्रद्धालुओं ने इस पर्व को धूमधाम से मनाते हुए अपने परिवार की खुशहाली और समृद्धि के लिए सूर्य देवता से आशीर्वाद प्राप्त किया।

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