समझाईश और चालानी कार्रवाई साथ साथ
रायगढ। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने मे यातायात अमला पूरे मनोयोग से जुटा है जिसका प्रमाण नगर के चौक चौराहों पर ट्रैफिक जवानों की मौजूदगी के तौर पर जाहिर भी होती है किंतु इसके बावजूद शहर का ट्रैफिक व्यवस्थित नहीं हो पा रहा जिसका बड़ा कारण तंत्र से ज्यादा गण यानि नागरिकों की लापरवाही व असहयोगात्मक रवैया है।शहर से लेकर गांव तक अधिकारी हो या कारोबारी यातायात नियमों को तोड़ना ही शान का सूचक बनता जा रहा है।
समाज मे वीआईपी कहलाने की बढ़ती भावना ने शहर के ट्रैफिक सिस्टम का कबाड़ा कर दिया है।इसके बावजूद ट्रैफिक विभाग के जिम्मेदार जवान आम जनता के जॉन ओ मॉल की सुरक्षा को लेकर अपने दायित्वों को मसरुफियत से निभा रहे हैं। गौरतलब है कि शहर मे ट्रैफिक विभाग की मुस्तैदी की मिसाल डीएसपी यातायात रमेश कुमार चंद्रा,ट्रैफिक टी आई रोहित बंजारे व सउप निरीक्षक प्रेमसाय भगत की चौक चौराहों पर निरंतर सक्रियता से जाहिर हो रहा है।यातायात व्यवस्था की सुधार मे जुटे ट्रैफिक अमले का मानना है कि सुरक्षा के प्रति अपनी कमियों और कमजोरियों को दूर करने मे आपेक्षित रुप से सफल नहीं हो पा रहे।
इसके पीछे शहर के हृदय स्थल मे सड़कों की संकीर्णता से लेकर वाहनों की लगातार बढ़ती संख्या व यातायात नियमों का रोजाना होता उल्लंघन है।कतिपय लोग नशे मे वाहन चालन तो कुछ नियम तोड़कर मौत को दावत देते हैं और सुरक्षा के सबक के बावजूद विभाग को ही कसूरवार बताने लग जाते हैं।दूसरी तरफ रोजाना होती दुर्घटना ने ट्रैफिक विभाग की भी चिंता बढ़ा दी है।डीएसपी चंद्रा के निर्देश व मार्गमार्गदर्शन पर ट्रैफिक टीआई रोहित बंजारे व सउप निरीक्षक प्रेमसाय भगत लगातार शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को समझाईश और चालानी कार्रवाई के जरिये दुरुस्त करने मे लगे हैं वहीं आम जनता से लेकर स्कूली बच्चों तक से भी ट्रैफिक नियमों की जानकारी देकर पालन करने का अनुरोध अपील की जा रही है। विभाग का मानना है कि जब तक यातायात व्यवस्था सीखने और नियम पालन कर ट्रैफिक सेंस का परिचय देने की जिम्मेदार पहल नहीं होगी,केवल विभागीय प्रयास से यातायात व्यवस्था बेहतर नहीं हो सकती। जॉन-ओ माल की सुरक्षा लिए सभी का जिम्मेदारी पूर्ण सहयोग होना नितांत आवश्यक है।