रायगढ़ । तमनार थाना क्षेत्र स्थित ग्राम करमागढ़ में बीते 28 अप्रैल की शाम ग्राम में रहने वाले मिट्ठू लाल सिदार उम्र 50 वर्ष ने उसकी पत्नी पार्वती सिदार उम्र 48 वर्ष की खाना बनाने में देरी करने को लेकर बांस के डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दिया । तमनार पुलिस ने आरोपी मिट्ठूलाल सिदार को हत्या के अपराध में गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है ।
मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को सुबह थाना प्रभारी तमनार निरीक्षक प्रवीण मिंज को ग्राम करमागढ़ में एक महिला की संदेहास्पद मृत्यु की सूचना मिली । थाना प्रभारी द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देकर तत्काल अपने स्टाफ के साथ ग्राम करमागढ़ रवाना हुए । जहां गांव के मिट्ठूलाल सिदार के मकान परछी में उसकी पत्नी पार्वती सिदार का शव पड़ा मिला । शव पंचनामा कार्यवाही कर मृतिका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया । घटनास्थल से जांच अधिकारी ने मृतिका के चूड़ी, कंगन वगैरह की जब्ती की गई । घटनास्थल को देखने से संघर्ष के निशान पाये गए । प्रथम दृष्टया मृतिका के पति मिट्ठूलाल पर उसकी पत्नी से मारपीट का संदेह पर मिट्ठू लाल को हिरासत में लिया गया। मृतिका के शार्ट पीएम रिपोर्ट पर मृत्यु की प्रकृति हत्यात्मक होना पाये जाने पर संदेही मिट्ठूलाल सिदार से पूछताछ किए जाने पर उसने पत्नी की हत्या करना कबूल कर बताया कि 28 अप्रैल की सुबह दोनों पति पत्नी काम करने गए थे । शाम को दोनों एक साथ वापस घर आये । पार्वती खाना नहीं बनाई थी जिसे खाना जल्दी बनाने को कहने पर चिल्लाने लगी । दोनों के बीच बहस बढ़ गया और हिंसक रूप ले लिया । मिट्ठूलाल घर में रखें बांस के फाड़ी (टुकड़ा) उठाकर उसकी पत्नी के सिर, गला, गर्दन, सीना, पीठ में मारकर चोट पहुंचाया जिससे पार्वती को गंभीर चोट आने से वहीं गिरकर मौत हो गई । आरोपी मिट्ठूलाल सिदार पिता भीम सिदार 50 साल निवासी करमागढ़ थाना तमनार के विरुद्ध हत्या का अपराध 302 दर्ज कर तमनार पुलिस द्वारा आरोपी मिट्ठूलाल सिदार से वारदात मारपीट में प्रयुक्त बांस का फाड़ी बरामद कर जप्त किया गया है। आरोपी को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
पुलिस कप्तान सदानंद कुमार के दिशा निर्देशन एवं एएसपी संजय महादेवा व एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के मार्गदर्शन पर महिला संबंधी अपराध में गंभीरतापूर्वक त्वरित कार्यवाही में थाना प्रभारी तमनार निरीक्षक प्रवीण मिंज, सहायक उपनिरीक्षक खेमराज पटेल, प्रधान आरक्षक संतोष कुर्रे, उषा रानी तिर्की एवं हमराह स्टाफ की अहम भूमिका रही है ।