रायगढ़ । पुलिस कप्तान सदानंद कुमार के निर्देश पर नगर पुलिस अधीक्षक अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में कोतवाली थाना प्रभारी शनिप रात्रे के हमराह कोतवाली पुलिस द्वारा शहर के दो पॉश इलाकों में ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा खिलाए जाने की सूचना पर दबिश देकर 02 आरोपियों को क्रिकेट सट्टा खिलाते रंगे हाथ पकड़ा है । बीते 29 मई के शाम करीब 7 बजे रामनिवास टॉकीज के सामने कोतवाली पुलिस द्वारा प्रियांशु उर्फ अंशु अग्रवाल पिता कमल कुमार अग्रवाल उम्र 26 वर्ष निवासी रुक्मणी विहार के सामने अटल आवास रायगढ़ को मोबाइल के व्हाट्सएप ऐप पर ऑनलाइन क्रिकेट खिलाने का लिंक से लोगों से रुपए लेकर सट्टा खिलाते मिला । आरोपी प्रियांशु उर्फ अंशु अग्रवाल के पास से 3,000 रुपए नगद और एक वीवो कंपनी का मोबाइल की जब्ती की गई है । बताया जा रहा है कि अंशु अग्रवाल करन चौधरी का ही साथी है। जो कुछ माह पहले ही जेल से छूटकर आया है।
वहीं कोतवाली पुलिस ने अग्रसेन चौक गली में सट्टा रेड कार्यवाही में आरोपी अकाश गर्ग पिता घनश्याम गर्ग उम्र 24 वर्ष निवासी रामनिवास टाकीज चौक रायगढ़ को पकड़ा है । आरोपी के मोबाइल पर व्हाट्सएप चैटिंग पर ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा का लिंक पाया गया। जिसमें ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा और रुपए के लेनदेन हैं । आरोपी के पास से 4000 रुपए नगद और विवो कंपनी का टच स्क्रीन मोबाइल जप्त किया गया है। थाना कोतवाली में दोनों आरोपियों पर पृथक-पृथक धारा 7 छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम के तहत कार्यवाही कर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। कोतवाली पुलिस की कार्यवाही में थाना प्रभारी शनिप रात्रे, सहायक उपनिरीक्षक दिलीप कुमार बेहरा, प्रधान आरक्षक हेमन पात्रे और आरक्षक जगमोहन ओग्रे की अहम भूमिका रही है ।
जुंआ, क्रिकेट सट्टा, सट्टा मटका और शराब कोचिया गिरी निरंकुश
शहर की गलियों में जगह जगह क्रिकेट सट्टा और सट्टा मटका का काम चल रहा है। इसके अलावा कुछ वार्ड पार्षद पुलिस से सेटिंग करके अपनी निगरानी में जुंआ का फड़ और सट्टा मटका का खेल चलवा रहे हैं। ज्यादातर पार्षद जूटमिल थाना क्षेत्र के हैं जिनके बारे में पुलिस को पूरी जानकारी है लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है। ऐसे में इन सामाजिक बुराइयों पर अंकुश लग पाना संभव नहीं है। कुछ माह पूर्व ही समुदाय विशेष के व्यक्ति द्वारा आत्महत्या करने पर पूरा समुदाय कुछ लोगों को दोषी बताकर उन पर कार्यवाही की मांग किया था। जिस कारण लगभग आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने जेल में डाल दिया था। सोमवार को चल रहे आईपीएल फाइनल मैच के दौरान भी वर्ग विशेष के ही 2 युवाओं को पुलिस ने ऑनलाइन सट्टा खेलते और खिलाते गिरफ्तार किया लेकिन इस समय किसी के द्वारा कोई आंदोलन और विरोध प्रदर्शन नहीं किया गया। ऐसे में बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहे वर्ग केवल दुर्घटना होने पर सामाजिक बुराई को लेकर आंदोलन पर आमादा होते हैं।