रायगढ़। चक्रधर नगर क्षेत्र स्थित वर्षों पुराना किरोड़ीमल शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय जहां विगत 4 वर्षों से बतौर प्रभारी प्राचार्य डॉक्टर अंजनी तिवारी अपनी सेवा दे रहे थे और सन 1983 से लैब असिस्टेंट के पद पर पदस्थ डीएस चंद्रा जी दोनों का शनिवार को कॉलेज की लाइब्रेरी परिसर में विदाई समारोह आयोजित किया गया। जिसमें कॉलेज के सभी विभाग के स्टाफ तथा प्राध्यापक शामिल हुए। इस विदाई समारोह में डिग्री कॉलेज स्टाफ के अलावा शहर के अलग-अलग कालेजों के प्राचार्य और स्टाफ पहुंचकर डॉक्टर अंजनी तिवारी और डी एस चंद्र जी को उनके विदाई समारोह पर शुभकामनाएं दी।
बीते शनिवार को डिग्री कॉलेज परिसर में प्रभारी प्राचार्य डॉ अंजनी तिवारी और फिजिक्स लैब प्रभारी बीएस चंदा जी की भावभीनी विदाई की गई। इस दौरान शुरुआत में कॉलेज के सभी विभाग के स्टाफ व प्राध्यापक द्वारा पुष्पगुच्छ व शाल श्रीफल देकर शुभकामनाएं दी गई। जिसके पश्चात विदा हो रहे प्राचार्य डॉ अंजनी कुमार तिवारी के पिछले 40 वर्षों के कार्यकाल पर प्रकाश डाला गया। इसके साथ ही फिजिक्स लैब प्रभारी डी एस चंद्रा के बारे में बताया गया कि उन्होंने अपनी पढ़ाई डिग्री कॉलेज से ही पूरी करने के पश्चात सन 1983 से डिग्री कॉलेज में ही लैब असिस्टेंट के पद पर पदस्थ हुए और उन्होंने निर्विवाद अपने पद को संभाला । अपने सेवाकाल को समाप्त करने के पश्चात वह अपने मूल पद से ही रिटायर हो रहे हैं। इस दौरान वर्तमान में पदस्थ प्रभारी प्राचार्य डॉ प्रीति बाला बैस ने बताया कि प्रभारी प्राचार्य डॉ अंजनी कुमार तिवारी ने अपने बीते 4 वर्ष में डिग्री कॉलेज बतौर प्रभारी प्राचार्य रहने के दौरान कॉलेज में बहुत कुछ बेहतर करने का प्रयास किया। कई मामलों में कॉलेज पहले से बेहतर स्थिति में आ सका है। यह उनके अथक प्रयास का ही फल है। वर्तमान में भी उन्हीं के प्रयास से 86 लाख रुपए की स्वीकृति छह कमरे बनाए जाने के लिए मिली है।
सभी का मिला भरपूर सहयोग : डॉ तिवारी
इस विदाई समारोह में सपत्नीक शामिल हुए डॉ तिवारी ने कॉलेज स्टाफ की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें उनके स्टाफ का भरपूर सहयोग मिला। जिस कारण वह कॉलेज के लिए कुछ बेहतर प्रयास कर पाए। उन्हें कॉलेज के चपरासी से लेकर साथी प्राध्यापकों का पूरा सहयोग मिला और उन्हें इस बात की खुशी है कि डिग्री कॉलेज पूरे जिले का सबसे बड़ा कॉलेज शुरुआत से ही रहा है जिसमें आज भी 5 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है और उन्हें उस कॉलेज का प्रभारी प्राचार्य बनने का अवसर मिला। उन्होंने आगे बताया कि उनके कार्यकाल के दौरान 2012 के बाद डिग्री कॉलेज का नेक मूल्यांकन कराने का उन्हें अवसर मिला। उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि नौकरी में रिटायर होना सतत प्रक्रिया है लेकिन उनके विदाई समारोह को महाविद्यालय परिवार ने ऐतिहासिक बनाया है।
प्राचार्य के साथ विदाई मिलना मेरा सौभाग्य : श्री चंद्रा
विदाई समारोह में अपने परिवार के साथ पहुंचे लैब प्रभारी डी एस चंद्रा ने भाव विभोर होकर लोगों के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा कि डिग्री कॉलेज में पढ़ाई कर उन्होंने उसी कॉलेज में नौकरी की , उससे कहीं ज्यादा उन्हें इस बात की खुशी है कि उनकी विदाई और प्रभारी प्राचार्य डॉक्टर अंजनी तिवारी की विदाई समारोह कार्यक्रम एक साथ कॉलेज स्टाफ द्वारा आयोजित किया गया। यह उनके लिए गौरवान्वित करने वाली बात है। उन्होंने आगे कहा कि हमेशा उन्हें कॉलेज के शिक्षक स्टाफ और छात्र छात्राओं का पूरा सम्मान और सहयोग मिला जिस कारण इस 40 वर्ष के कार्यकाल का पता ही नहीं चला।
सभी का किया गया आभार व्यक्त
विदाई समारोह के महाविद्यालय परिवार की ओर से प्रायोजक आवक जावक शाखा प्रभारी राजकुमार राज ने समारोह के अंत में उपस्थित सभी कॉलेज परिवार और अन्य गणमान्य नागरिकों का आभार प्रदर्शन किया। जिसके पश्चात सभी लोगों द्वारा दोपहर का भोजन ग्रहण किया गया। विदाई समारोह में भोजन के बाद नाच गाना का प्रोग्राम भी रखा गया था जिसमें कालेज स्टाफ और उनके घर वाले डीजे की धुन पर थिरकते नजर आए।