Home Chhattisgarh ग्राम गेरवानी के कोटवारी जमीन पर 2 ढाबा संचालित 

ग्राम गेरवानी के कोटवारी जमीन पर 2 ढाबा संचालित 

by Niraj Tiwari

रायगढ़। ग्राम गेरवानी में कोटवारी की भूमि पर संचालित दो ढाबों के खिलाफ हाल ही में एक महत्वपूर्ण विवाद उत्पन्न हो गया है। ग्राम के कोटवार गुलाब दास महंत पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी भूमि को अवैध रूप से बेचा है, जिसके चलते स्थानीय प्रशासन को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा है। तहसीलदार शिव डनसेना ने जल्द कार्रवाई करने की बात कही है।

कोटवार गुलाब दास महंत ने यह शासकीय जमीन सिकंदर विश्वकर्मा और अमरजीत को बेच दी थी, जो अब वहां ढाबा चला रहे हैं। यह ढाबा इलाके में काफी समय से चल रही है। इस संदर्भ में तहसीलदार ने पहले ही बेदखली का आदेश जारी कर दिया था, लेकिन इस आदेश के बावजूद दुकानें और ढाबा संचालित होते रहे। तहसीलदार के आदेश की अवहेलना के कारण स्थानीय प्रशासन को अब इस मामले की गंभीरता से जांच करने की आवश्यकता महसूस हो रही है। 

स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन को शीघ्र कार्रवाई करनी चाहिए ताकि कानूनी प्रक्रियाओं का पालन सुनिश्चित हो सके और अन्य अवैध गतिविधियों को भी रोका जा सके। कोटवार गुलाब दास और ढाबा संचालक सिकंदर तथा अमरजीत ने सैकड़ों पेड़ों की बलि चढ़ाकर उक्त जमीन पर छाई और फ्लाई ऐश से पाट दिया है। 

कोटवारों द्वारा बेची जमीन पर कार्रवाई करने के लिए विशेष सचिव रमेश कुमार शर्मा छत्तीसगढ़ शासन राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने छत्तीसगढ़ के सभी जिलों के कलेक्टर को कोटवारी जमीन को विक्रय किए गए कोटवारों को खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है। छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में कोटवार सेवा भूमि कोटवारी भूमि को विक्रय कर चुके हैं जो को यह नियम के विरुद्ध है। इस संबंध में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी छत्तीसगढ़ के सभी जिलों के कलेक्टर को कार्रवाई करने को कहा है।

 बता दें कि कोटवारों को प्रदान की गई सेवा भूमि के विषय में भू राजस्व संहिता 1959 की धारा 183 में आवश्यक प्रावधान किए गए हैं। जिसमें किसी भी सम व्यवहार पर प्रतिबंध है। अनुक्रम में दी गई कोटवार आयोग के द्वारा विधि विरुद्ध भूमि कार्यक्रम किया गया है। विक्रय पर प्रतिबंध एवं आवश्यक कार्रवाई हेतु विभागीय परिपत्र  जारी किया गया है। 

वर्जन

तहसीलदार ने चर्चा के दौरान कहा है कि कोटवार गुलाब दास महंत के कोटवारी जमीन की जांच की जाएगी और यदि किसी प्रकार की गड़बड़ी मिलती है तो उससे जमीन वापस लेकर ढाबा संचालन करने वालों पर भी कार्यवाही की जाएगी।

शिव डनसेना तहसीलदार

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