रायगढ़। नगर पंचायत लैलूंगा के विभिन्न वार्ड में लगे ट्यूबलर लाइट घोटाला का खुलासा हुआ। टेंडर व भुगतान के हिसाब से 97 पोल लगने थे उसकी जगह केवल 78 पोल ही विभिन्न वार्डो में लगे। वार्ड 13 व 14 में लगने वाले कुल 15 पोल में मात्र 5 पोल लगाए गए जबकि भुगतान पूरे 15 का किया गया। घोटाले में संलिप्त नगर पंचायत के अधिकारियों ने संख्या समायोजन कर इन्द्रपस्थ स्टेडियम व पुष्प वाटिका में लगना बताया गया। जब नगर के सभी वार्डो में लगे ट्यूबलर पोल की जानकारी ली गयी तो 97 की जगह 78 पोल पाए गए। इसका खुलासा भी हुआ तो शिकायत के डर से कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा के 15 फरवरी को लैलूंगा दौरे से पहले रातों रात नगर पंचायत के स्टॉक में रख दिया गया। अब घोटाले की जांच टीम के गठन होने पर नए ट्यूबलर पोल लाइट वार्डो में लगाए जा रहे हैं। वार्ड 6 में 3 नए पोल और वार्ड 9 में एक नया पोल 13 मार्च की रात में लगाया गया है। वार्ड 9 के पार्षद सत्यवान साव ने भी उसके वार्ड में रातों-रात ट्यूबलर पोल लगाए जाने की बात कही और किसके द्वारा किस मद से लगाए जा रहे है इसकी जानकारी नही होना बताया है। नगर पंचायत के परिषद की 16 मार्च को होने वाली बैठक में मुद्दा उठने की बात कही।
नगर पंचायत लैलूंगा में लंबे अरसे से पदस्थ रहे विवादित प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी सी पी श्रीवास्तव के कार्यकाल में हुए घोटाले का सच सामने आने लगा है। गोपनीय टेंडर में महारथ हासिल भ्रष्ट प्रभारी सीएमओ ने घोटाले की ऐसी साजिश रच शासकीय राशि का व्यापक घोटाला किया। निविदा प्रकाशन स्थानीय स्तर पर न कर अन्य संभाग में किया, साथ ही सेटिंग से ऊंची दर पर निविदा स्वीकृत की।तीनो टेंडर एक ही व्यक्ति द्वारा भरे गए हैं। कार्य की गुणवता भी निम्न स्तर की है ।सेटिंग टेंडर से नगर पंचायत लाखो का पंहुचाया गया है।
अधोसंरचना मद से विभिन्न वार्डो में ट्यूबलर पोल फिटिंग कार्य के लिए अनुमानित लागत 64.71 लाख की निविदा जारी हुई। जिसमें तीन फर्म ओम इंटरप्राइजेज बलौदा, शिवम इंटरप्राइजेज जांजगीर और रिलाएबल ट्रेडिंग कंपनी बिलासपुर ने निविदा डाली। सभी 7 कार्यो के लिए एक समान दर क्रमशः 10%, 5% एवं 9% अधिक तीनो फर्म ने भरी।रिलाएबल ट्रेडिंग कंपनी बिलासपुर को 5% अधिक दर पर सातों कार्यो के कार्य स्वीकृत कर कार्य आदेश क्रमांक 73/ 4 मई 2022 को दिया गया। कुल 97 ट्यूबलर पोल के लिए मात्र 5 दिन बाद ही 9 भी 2022 को माप पुस्तिका में कार्य होना दर्ज कर लिया गया और भुगतान भी कर दिया गया।
वार्ड पार्षद ने की थी जांच की मांग
पूर्व में कांग्रेस पार्टी से वार्ड क्रमांक 13 के पार्षद आदित्य बाजपेयी ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी को पत्र लिखकर 13 व 14 वार्ड में लगे ट्यूबलर पोल के भौतिक सत्यापन की मांग की थी। माप पुस्तिका व बिल भुगतान के अनुसार भौतिक सत्यापन में पोल नही पाए जाने पर संबंधित ठेकेदार,उपयंत्री व भुगतान अधिकारी CMO पर शासकीय राशि के गबन की साजिश का अपराध दर्ज कराने की मांग की थी।कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा के लैलूंगा दौरे में घोटाले की जांच व दोषी पाए जाने पर एफ आई आर की मांग को लेकर आवेदन दिया।
मंत्रालय से जांच टीम गठन की सुगबुगाहट मिलने पर ठेकेदार व पूर्व प्रभारी सीएमओ द्वारा घोटाले पर पर्दा डालने नए पोल लगवाये जा रहे है। पूर्व में लगे ट्यूबलर पोल से नए लगे पोल पूर्णतया भिन्न है और नए पोल में विद्युत सामग्री की गुणवत्ता भी अच्छी है। नगरवासी एवम जनप्रतिनिधियों ने इन्ही ट्यूबलर पोल को जांच टीम को दिखने के लिए लगाए जाने की आंशका जाहिर की है।
वर्जन
मेरे वार्ड 09 में बिना जानकारी दिए एक ट्यूबलर पोल रातोरात लगाया गया है।जिसका मुद्दा मैने परिषद की सभा मे भी उठाया है और जांच के लिए लिखित आवेदन दिया है।
–सत्यवान साव, पार्षद वार्ड क्रमांक 09
नए लगाए गए ट्यूबलर पोल में मुझे कोई जानकारी नही है मैने 10 मार्च को ज्वाइन किया और 14 मार्च को पदभार लिया है। वार्ड 6 व 9 में नए ट्यूबलर पोल लगाए जाने का मुद्दा परिषद की सभा मे भी उठा। किस मद से किसके द्वारा कब लगाया गया, इसकी जांच करायी जाएगी।
–विजय पांडेय
नवपदस्थ मुख्य नगरपालिका अधिकारी, नगर पंचायत लैलूंगा